Advertisement
19 November 2016

नोटबंदी से मौतों पर आजाद की टिप्पणी के समर्थन में आई शिवसेना

फाइल फोटो

भाजपा की सबसे पुरानी सहयोगी शिवसेना ने कहा कि टिप्पणियों के लिए आजाद से माफी मंगवाने से सच्चाई नहीं बदल जाएगी। उल्लेखनीय है कि भाजपा ने अपनी टिप्पणियों के लिए आजाद से माफी की मांग की थी लेकिन कांग्रेस नेता ने उसकी यह मांग ठुकरा दी। शिवसेना के मुखपत्र सामना में प्रकाशित संपादकीय में सवाल किया गया, अगर आजाद ने माफी मांग ली तो क्या सच्चाई बदल जाएगी। संपादकीय में कहा गया, उड़ी हमले में 20 जवान शहीद हुए थे। नोटबंदी के चलते 40 शूरवीर देशभक्तों ने बलिदान दिया। शिवसेना मुखपत्रा ने कहा, हमलवरों में फर्क है। उड़ी में पाकिस्तानियों का हमला हुआ और नोटबंदी का हमला हमारे शासनकर्ताओं ने किया। भाजपा सहयोगी ने कहा, महंगाई, मंदी, बेरोजगारी के चलते मरने वालों की तादाद 40 से 40 लाख हो जाएगी तो सरकार कहेगी यह देशभक्ति का बलिदान है। शिवसेना ने कहा, ऐसे में एक दिन कहीं पूरे देश को ही शहीद कहने की नौबत न आए।

शिवसेना नोटबंदी के मुद्दे पर लगातार मोदी सरकार पर हमले कर रही है और सत्ता पक्ष में होने के बावजूद उसने इस मुद्दे पर प्रदर्शन में विपक्षी पार्टियों से हाथ मिलाया। दो दिन पहले केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से बात की थी और नोटबंदी विरोधी प्रदर्शन में शिवसेना की भागीदारी पर भाजपा की नाराजगी जताई थी। बहरहाल, सेना अपनी आलोचना में यह कहते हुए डटी रही कि इसको बेहतर ढंग से लागू किया जा सकता था।

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोरसे
TAGS: मोदी सरकार, शिवसेना, प्रमुख सहयोगी, गुलाम नबी आजाद, कांग्रेस नेता, बयान, हिमायत, नोटबंदी, भाजपा, उड़ी आतंकवादी हमला, सामना, संपादकीय, Modi Govt, Shiv Sena, Important Ally, Ghulam Nabi Azad, Congress Leader, Comment, Support, Demonetization, BJP, Uri Terrorist Attack, Samn
OUTLOOK 19 November, 2016
Advertisement