शिवसेना ने नोटबंदी और GST को बताया गलत, कहा- अच्छे दिन सिर्फ सरकारी विज्ञापनों में
उद्धव ठाकरे ने जीएसटी लागू करने के तरीके की भी जमकर आलोचना की। उन्होंने कहा कि जिस तरह से चीजें हो रही हैं वो सब गड़बड़ है। इसे देखते हुए शांत रहना मुश्किल है। उद्धव ने कहा फिलहाल समझदारी इसी में है कि जो हो रहा है उसे शांति से देखते रहो. लेकिन शिवसेना प्रमुख की विरासत चलानी हो तो शांत रहना हमारे खून में नहीं है।
नोटबंदी से बढ़ी बेरोजगारी
सामना को दिए इंटरव्यू में उद्धव ठाकरे ने कहा कि चार महीने में 15 लाख लोग बेरोजगार हो गए। नौकरियां छूट गईं, जिन 15 लाख लोगों ने नौकरी गंवाई उनकी दाल-रोटी की व्यवस्था है क्या?
सत्ता का केंद्रीयकरण करना है या विकेंद्रीयकरण?
उद्धव ने कहा कि विरोध करने के पीछे एक ही उद्देश्य है कि हमारे यहां सबका केंद्रीयकरण करना है या विकेंद्रीयकरण करना है? अगर जिसकी लाठी उसकी भैंस ही राज करने का तरीका है तो राजीव गांधी प्रधानमंत्री थे तब उन्होंने पंचायती राज को निचले स्तर तक पहुंचाया था। आज मोदी प्रधानमंत्री हैं और उस स्वायत्तता को खत्म कर सब कुछ केंद्र के हाथ में रखने का काम शुरू है।