शिवसेना (उबाठा) और मनसे ‘निश्चित रूप से’ गठबंधन करेंगे: दोनों पार्टियों के नेताओं ने कहा
शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) महाराष्ट्र में आगामी स्थानीय निकाय चुनाव के लिए ‘‘निश्चित रूप से’’ गठबंधन करेंगे, लेकिन इस पर आखिरी फैसला चुनाव का समय निकट आने पर होने की संभावना है। दोनों दलों के नेताओं ने यह जानकारी दी।
शिवसेना (उबाठा) प्रमुख उद्धव ठाकरे संभावित गठबंधन के बारे में अधिक मुखर रहे हैं, जबकि उनके चचेरे भाई और मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे इस पर चुप्पी साधे हुए हैं।
शिवसेना (उबाठा) सांसद शुक्रवार को संजय राउत ने कहा कि उनकी पार्टी मुंबई, ठाणे, कल्याण-डोंबिवली, नासिक और छत्रपति संभाजीनगर में नगर निकाय चुनाव के लिए मनसे के साथ गठबंधन करेगी, लेकिन मनसे की ओर से अब तक इस पर कोई बयान नहीं आया है।
मनसे के एक पदाधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘पांच जुलाई की रैली के बाद हम एक ऐसे बिंदु पर पहुंच गए हैं जहां जनता का भारी दबाव है कि हम शिवसेना (उबाठा) के साथ गठबंधन करें। अब राज साहब इस पर अंतिम फैसला लेंगे।’’
इतनी जल्दी गठबंधन की घोषणा का मतलब होगा सीट बंटवारे की बातचीत का अतिरिक्त दबाव। शिवसेना (उबाठा) और मनसे नेताओं ने दावा किया कि इससे दोनों पक्षों के पार्टी कार्यकर्ता परेशान होंगे जो अपने-अपने वार्डों से पार्टी टिकट पाने की होड़ में हैं।
इसकी शुरुआत शिवसेना (उबाठा) और मनसे सोमवार को बृहन्मुंबई इलेक्ट्रिक सप्लाई एंड ट्रांसपोर्ट (बेस्ट) क्रेडिट सोसाइटी के चुनाव के साथ हो रही है। दोनों पार्टियों ने क्रेडिट सोसाइटी का चुनाव लड़ने के लिए ‘उत्कर्ष समिति’ का गठन किया है।
महाराष्ट्र में कक्षा एक से पांचवी तक के छात्रों के लिए लागू ‘त्रि-भाषा’ फॉर्मूले से संबंधित दो विवादास्पद सरकारी प्रस्तावों को सरकार द्वारा वापस लेने के बाद पिछले महीने ठाकरे भाइयों ने दो दशक बाद एक ‘‘विजय’’ समारोह को लेकर राजनीतिक मंच साझा किया था।