महाराष्ट्र में सरकार गठन पर फिर बोले संजय राउत- पूरे 5 साल के लिए होगा शिवसेना का सीएम
महाराष्ट्र में पिछले कई दिनों से जारी सियासी उठापटक के बीच महाराष्ट्र में सरकार बनाने का रास्ता लगभग साफ हो चुका है। कांग्रेस-एनसीपी की राज्य में शिवसेना के साथ मिलकर सरकार बनाने को लेकर सारे मुद्दों पर सहमति बन चुकी है। हालांकि, सीएम पद को लेकर खबरें आ रही थीं कि एनसीपी ढाई साल का सीएम चाहती है, जबकि शिवसेना 5 साल का सीएम चाहती है। इन अटकलों के बीच शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत का बड़ा बयान आया है। शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि तीनों दलों ने तय कर लिया है कि शिवसेना का ही मुख्यमंत्री पांच साल तक रहेगा। महाराष्ट्र को मजबूत मुख्यमंत्री मिलेगा। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र की जनता, किसानों आदि की इच्छा है कि इस बार मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ही बनेंगे।
5 साल तक शिवसेना का सीएम होगा- संजय राउत
सरकार गठन पर शिवसेना नेता ने कहा कि उनकी पार्टी के नेतृत्व में ही सरकार बनेगी। संजय राउत ने कहा कि राज्य में 5 साल तक शिवसेना का सीएम होगा। साथ ही ये भी कहा कि दो दिनों में इसपर फैसला हो जाएगा। उन्होंने कहा कि सभी शिवसैनिक चाहते हैं कि उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री बनें। वहीं, उन्होंने बीजेपी को लेकर कहा कि उनकी तरफ से कोई ऑफर नहीं आया है। शिवसेना नेता ने कहा कि बीजेपी के साथ बातचीत के दरवाजे बंद हो गए हैं।
बीजेपी के साथ बातचीत के दरवाजे बंद- राउत
संजय राउत ने कहा कि बीजेपी कोई भी ऑफर दे तो शिवसेना उनके साथ सरकार नहीं बनाएगी। इसके पहले संजय राउत ने ट्वीट के जरिए बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा, 'कभी-कभी कुछ रिश्तों से बाहर आ जाना ही अच्छा होता है। अहंकार के लिए नहीं, स्वाभिमान के लिए।' सरकार गठन की बात करें तो, पिछले कुछ दिनों से ऐसी खबरें मीडिया में आई हैं कि शिवसेना चाहती है कि 5 साल तक उसकी पार्टी का सीएम हो, जबकि एनसीपी चाहती है कि ढाई साल का रोटेशनल सीएम हो। ऐसे में संजय राउत का ये बयान अहम हो जाता है कि राज्य में 5 साल तक शिवसेना का ही सीएम होगा।
‘दिसंबर से पहले महाराष्ट्र में एक स्थायी सरकार बनेगी’
इससे पहले गुरुवार को राउत ने कहा था कि दिसंबर से पहले महाराष्ट्र में एक स्थायी सरकार बनेगी और इस पर अंतिम निर्णय एक या दो दिन में हो जाएगा। शिवसेना और कांग्रेस-राकांपा के बीच लगातार बातचीत का दौर जारी है। राउत ने कहा था कि सरकार के गठन के तौर तरीकों पर आगे चर्चा करने के लिए तीनों पार्टियों के बीच मुंबई में दूसरे चरण की बैठक होगी। उन्होंने संवाददाताओं को बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के बीच इस सप्ताह बैठक की कोई योजना नहीं है।
सरकार के गठन पर फैसला जल्द
वहीं, गुरुवार देर रात शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे और उनके बेटे आदित्य ठाकरे ने एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मुलाकात की थी। बताया जा रहा है कि दोनों नेताओं के बीच 50-50 के फॉर्मूले को लेकर बातचीत हुई है। महाराष्ट्र में लगे राष्ट्रपति शासन के बीच सरकार बनाने की कोशिशें जारी हैं। विधानसभा चुनाव के नतीजे आए 28 दिन गुजर गए हैं लेकिन अभी तक राज्य में सरकार का गठन नहीं हो सका है।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव मे बीजेपी को 105, शिवसेना को 56, एनसीपी को 54 और कांग्रेस को 44 सीटें मिली हैं। बीजेपी और शिवसेना ने मिलकर बहुमत का 145 का आंकड़ा पार कर लिया था, लेकिन शिवसेना ने 50-50 फॉर्मूले की मांग रख दी जिसके मुताबिक ढाई-ढाई साल सरकार चलाने का मॉडल था। शिवसेना का कहना है कि बीजेपी के साथ समझौता इसी फॉर्मूले पर हुआ था लेकिन बीजेपी का दावा है कि ऐसा कोई समझौता नहीं हुआ। इसी को लेकर मतभेद इतना बढ़ा कि दोनों पार्टियों की 30 साल पुरानी दोस्ती टूट गई।