शुभेंदु अधिकारी की मुश्किल बढ़ी, बॉडीगार्ड की मौत की जांच सीआईडी ने अपने हाथों में ली
लगता है, पश्चिम बंगाल में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। उनके बॉडीगार्ड की खुदकुशी के मामले की जांच प्रदेश की सीआईडी ने सोमवार को अपने हाथों में ले ली। बॉडीगार्ड शुभब्रतो चक्रवर्ती की पत्नी ने इस सिलसिले में पांच दिन पहले ही पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी।
ढाई साल पहले हुई थी मौत, सिर में गोली लगी थी
40 साल के शुभब्रतो राज्य सशस्त्र पुलिस बल से थे। जब शुभेंदु तृणमूल के सांसद थे, तब से वे उनके साथ थे। 2015 में राज्य में मंत्री बनाए जाने के बाद भी उनके साथ ही रहे। 13 अक्टूबर 2018 को पूर्व मिदनापुर के कांथी पुलिस बैरक में उन्हें सिर में गोली लगी अवस्था में पाया गया। अगले दिन उनकी मौत हो गई।
तृणमूल का इशारा शुभेंदु अधिकारी की ओर
शुभब्रतो की पत्नी सुपर्णा चक्रवर्ती ने 7 जुलाई को कांथी थाने में शिकायत दर्ज कराई थी और जांच की मांग की थी। शिकायत की एक प्रति ट्वीट करते हुए तृणमूल प्रवक्ता कुणाल घोष ने लिखा है कि शुभेंदु के करीबी राखाल बेरा का नाम इस घटना में लिप्त है। शुभब्रतो के करीबी और महिषादल के तृणमूल विधायक तिलक चक्रवर्ती का आरोप है कि शुभेंदु के निर्देश पर ही घटना को अंजाम दिया गया था।
शुभेंदु ने पूछा, ढाई साल बाद पुलिस इतनी तत्पर क्यों
जवाब में शुभेंदु ने कहा है कि राजनीतिक प्रतिहिंसा के कारण ही शुभब्रतो की मौत की जांच शुरू की गई है। मौत के ढाई साल बाद पुलिस इतनी तत्परता क्यों दिखा रही है। शुभेंदु अधिकारी नंदीग्राम से भाजपा के विधायक हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पराजित किया था। चुनाव से कुछ दिनों पहले ही वे तृणमूल कांग्रेस छोड़कर भाजपा में गए थे।