स्पीकर ने लोकसभा में राहुल शेवाले को शिवसेना नेता के रूप में मान्यता दी, महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे का दावा
महाराष्ट्र में सत्ता गंवाने के बाद उद्वव ठाकरे को एक और सियासी झटका लगा है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने दावा किया है कि लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने संसद के निचले सदन में राहुल शेवले को शिवसेना नेता के रूप में मान्यता दी है। मंगलवार को ही शिंदे गुट के 12 सांसदों लोकसभा स्पीकर से मुलाकात कर नेता बदलने की मांग की थी।
शिंदे ने संवाददाताओं से कहा कि शिवसेना के सांसदों ने पार्टी संस्थापक बालासाहेब ठाकरे के आदर्शों को कायम रखने के उनके रुख का समर्थन किया है। उन्होंने कहा, "लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने राहुल शेवाले को निचले सदन में शिवसेना के नेता के रूप में मान्यता दी है।"
शिंदे के साथ शिवसेना के 12 लोकसभा सदस्य थे जिन्होंने संसदीय दल के नेता को बदलने के लिए अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखा था।
लोकसभा में पार्टी के नए नेता राहुल शेवाले ने कहा, "उद्धव ठाकरे भाजपा के साथ फिर से जुड़ने के इच्छुक थे, लेकिन अपनी बात से मुकर गए।" उन्होंने कहा, "हमने ठाकरे से उपराष्ट्रपति पद के लिए मार्गरेट अल्वा का समर्थन नहीं करने के लिए भी कहा था, लेकिन हमारे विचारों को नजरअंदाज कर दिया गया।"
लोकसभा में शिवसेना के 19 सांसद हैं, जिनमें से 12 शिंदे खेमे को अपना समर्थन दे रहे हैं। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बेटे श्रीकांत शिंदे सहित शिवसेना के बारह लोकसभा सदस्यों ने पहले स्पीकर ओम बिरला से मुलाकात की और उनसे संसद के निचले सदन में पार्टी के नेता को बदलने का अनुरोध किया।
पार्टी के फ्लोर लीडर विनायक राउत द्वारा स्पीकर को एक पत्र देने के एक दिन बाद शिवसेना के बागी सांसदों ने बिड़ला से मुलाकात की, जिसमें उन्होंने प्रतिद्वंद्वी गुट के प्रतिनिधित्व को मान्यता नहीं देने के लिए कहा था।
शिंदे गुट के 12 सांसदों में से एक हेमंत गोडसे ने कहा, "शिवसेना के 12 लोकसभा सदस्यों ने अध्यक्ष ओम बिरला से मुलाकात की और विनायक राउत के स्थान पर राहुल शेवाले को पार्टी के नेता के रूप में नियुक्त करने का अनुरोध किया।"
राउत ने सोमवार रात स्पीकर को सौंपे अपने पत्र में यह स्पष्ट किया था कि वह शिवसेना संसदीय दल के "विधिवत नियुक्त" नेता हैं और राजन विचारे मुख्य सचेतक हैं।