पश्चिम बंगाल में है ‘भाजपा विरोधी राजनीति’ का स्थान: अभिषेक मनु सिंघवी
पश्चिम बंगाल से आगामी राज्यसभा चुनाव के लिए कांग्रेस उम्मीदवार अभिषेक मनु सिंघवी ने आज कहा कि राज्य में भाजपा विरोधी राजनीति का स्थान है और वह यहां से नामित हो के बाद खुश हैं।
विधानसभा के परिसर में कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) के सदस्यों के साथ एक घंटे की लंबी बैठक के बाद, सिंघवी ने संवाददाताओं से कहा कि उन्हें राज्य के 23 मार्च को राज्यसभा के लिए पार्टी के उम्मीदवार बनने पर गर्व है।
न्यूज़ एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, सिंघवी ने संवाददाताओं से कहा, "इस राज्य का अंकगणित, इतिहास और भूगोल यहां एक बीजेपी विरोधी राजनीति की उपस्थिति दिखाते हैं।" इसके साथ ही, सिंघवी ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने अपने राजनीतिक पक्ष, वर्तमान समय, घटनाओं और मुद्दों के आधार पर मुझे समर्थन दिया है।
उन्होंने कहा, "मैं अपनी उम्मीदवारी के समर्थन के लिए पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस के ममता बनर्जी का बहुत आभारी हूं।"
अभिषेक मनु सिंघवी का समर्थन करेंगी: ममता बनर्जी
इससे पहले शुक्रवार को मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी ने कहा है कि इस महीने पश्चिम बंगाल में होने वाले राज्यसभा चुनावों में उनकी पार्टी कांग्रेस के अभिषेक मनु सिंघवी का समर्थन करेगी। पार्टी की कोर कमेटी की विस्तारित बैठक में ममता ने शुक्रवार को तृणमूल कांग्रेस के चार राज्यसभा उम्मीदवारों के नामों का भी एलान किया।
ममता ने कहा कि कांग्रेस के अभिषेक मनु सिंघवी और कपिल सिब्बल ने पार्टी की ओर से कई मामलों में पैरवी की है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की ओर से सिंघवी को समर्थन देने का अनुरोध मिला था। इसलिए राज्य की पांचवीं सीट पर हम सिंघवी का समर्थन करेंगे। हालांकि कांग्रेस ने अब तक औपचारिक रूप से सिंघवी की उम्मीदवारी का एलान नहीं किया है।
तृणमूल कांग्रेस ने बाकी चार सीटों पर नदीमुल हक, शुभाशीष चक्रवर्ती, अबीर विश्वास और डॉ. शांतनु सेन को अपना उम्मीदवार बनाया है। इनमें से नदीमुल हक को दोबारा मनोनीत किया गया है। तृणमूल कांग्रेस के कुणाल घोष, विवेक गुप्ता व नदीमुल हक के अलावा माकपा के तपन सेन का कार्यकाल दो अप्रैल को खत्म होने की वजह से यहां राज्यसभा की पांच सीटों पर चुनाव होने हैं।