टीएमसी ने प्रसार भारती के पूर्व सीईओ जवाहर सरकार को राज्यसभा के लिए किया नामित, दिनेश त्रिवेदी की लेंगे जगह
तृणमूल कांग्रेस पार्टी (टीएमसी) पूर्व आईएएस अधिकारी और प्रसार भारती के पूर्व सीईओ जवाहर सरकार को राज्यसभा उम्मीदवार बनाने की घोषणा की है। पूर्व टीएमसी नेता दिनेश त्रिवेदी के इस्तीफे के बाद राज्यसभा की सीट खाली हुई थी। टीएमसी का यह फैसला चौंकाने वाला है क्योंकि मुकुल रॉय और यशवंत सिन्हा के नामों की चर्चा चल रही थी। दोनों ही राज्यसभा के लिए दावेदार बताए जा रहे थे। जवाहर सरकार को मोदी सरकार का बड़ा आलोचक माना जाता है।
टीएमसी ने ट्विटर पर शनिवार को इसकी घोषणा करते हुए लिखा, 'हमें संसद के उच्च सदन में जवाहर सरकार को मनोनीत करते हुए खुशी हो रही है। सरकार ने 42 साल सार्वजनिक सेवा में बिताए और प्रसार भारती के पूर्व सीईओ भी रह चुके हैं। सार्वजनिक सेवा में उनका अमूल्य योगदान हमें अपने देश की और भी बेहतर सेवा करने में मदद करेगा।'
चुनाव आयोग ने शुक्रवार को घोषणा की थी कि तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के पूर्व सांसद दिनेश त्रिवेदी द्वारा खाली की गई राज्यसभा सीट पर उपचुनाव नौ अगस्त को होंगे। जवाहर सरकार का राज्यसभा सांसद बनना लगभग तय माना जा रहा है। जवाहर सरकार के साथ ही पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा, जो मार्च में पार्टी में शामिल हुए थे। हालांकि इसके लिए दो नाम सबसे आगे चल रहे थे- मुकुल रॉय और यशवंत सिन्हा। मुकुल रॉय कभी टीएमसी में नंबर दो की हैसियत रखते थे लेकिन 2017 में बीजेपी में शामिल हो गए थे। चार साल तक बीजेपी में रहने के बाद हाल ही में उन्होंने दोबारा टीएमसी में वापसी की है।
जवाहर सरकार का अंतिम कार्यकाल प्रसार भारती (दूरदर्शन और ऑल इंडिया रेडियो) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी के रूप में 2021 से 2016 तक रहा। इससे पहले वह 2008 से फरवरी 2012 तक संस्कृति मंत्रालय में भारत सरकार के सचिव थे। उन्होंने यूनेस्को सहित शीर्ष अंतरराष्ट्रीय संगठनों में भारत का प्रतिनिधित्व किया है। जवाहर सरकार ने कई वर्षों तक पुस्तकों में प्रसिद्ध राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पत्रिकाओं और समाचार पत्रों में सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और मानवशास्त्रीय विषयों पर कई लेख प्रकाशित किए।
बता दें कि पूर्व केंद्रीय रेल मंत्री दिनेश त्रिवेदी ने 12 फरवरी को टीएमसी और राज्यसभा सीट से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद वह बीजेपी में शामिल हो गए थे। उनका कार्यकाल 2 अप्रैल 2026 को पूरा होना था लेकिन उऩ्होंने इससे पहले ही इस्तीफा देकर बीजेपी का दामन थाम लिया था।