उद्वव ठाकरे ने बागियों पर साधा निशाना, कहा- हमें अपने ही लोगों ने धोखा दिया, मुझे सीएम पद का लालच नहीं
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को जमकर बागियों पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि हमें अपने ही लोगों ने धोखा दिया है। जबकि कांग्रेस-एऩसीपी आज हमारा समर्थन कर रही हैं, शऱद पवार और सोनिया गांधी ने हमारा समर्थन किया। उन्होंने कहा कि हमने ऐसे लोगों को टिकट दिया जो जीत नहीं सकते थे और हमने उन्हें विजयी बनाया। इन्हीं लोगों ने हमारी पीठ में छुरा घोंपा।
सीएम उद्धव ठाकरे ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शिवसेना के कॉरपोरेटर्स के साथ बातचीत में कहा कि बीजेपी ने मेरे परिवार को तकलीफ दी। हमें शिवसेना में कोई गद्दार नहीं चाहिए। आप लोगों की वजह से यह सभी विधायक जीत कर आए। उन्होंने कहा कि शिव सैनिकों को अगर मैं पार्टी अध्यक्ष के तौर पर मान्य नहीं हूं तो मैं इस्तीफा देने के लिए तैयार हूं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पद की लालसा मुझे पहले भी नहीं थी, आज भी नहीं है और आगे भी नहीं रहेगा।
उद्वव ठाकरे ने कहा कि आप में से कई लोगों को फोन आ रहे होंगे - कुछ प्यार करने वाले और कुछ को धमकी देने वाले। मैं कहता हूं, हर शेर को सावा शेर मिला ही है। आपको शिवसेना में सावा शेर मिल जाएगा। शिवसेना तलवार की तरह, म्यान में रखे तो जंग लगती है। यदि आप इसे बाहर निकालते हैं, तो यह चमकता है। यह चमकने का समय है।
उन्होंने कहा कि जब हिंदुत्व के नाम पर भाजपा और शिवसेना को अछूत माना जाता था और कोई भी भाजपा के साथ जाने को तैयार नहीं था, बालासाहेब ने कहा कि हिंदुत्व वोटों का विभाजन नहीं होना चाहिए। हम बीजेपी के साथ रहे और अब इसका खामियाजा भुगत रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिन्होंने हमें छोड़ दिया उनके पास बीजेपी में जाने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। बीजेपी सिर्फ एक चीज चाहती है- शिवसेना को खत्म करना।
ठाकरे ने कहा कि अगर आपको लगता है कि मैं बेकार हूं और पार्टी चलाने में असमर्थ हूं, तो मुझे बताएं। मैं खुद को पार्टी से अलग करने के लिए तैयार हूं, आप बता सकते हैं। आपने अब तक मेरा सम्मान किया क्योंकि बालासाहेब ने ऐसा कहा था। अगर आप कहते हैं कि मैं अक्षम हूं, तो मैं इस समय पार्टी छोड़ने को तैयार हूं।
सीएम ने कहा कि कुछ दिन पहले जब मुझे इस पर शक हुआ तो मैंने एकनाथ शिंदे को फोन किया और कहा कि शिवसेना को आगे ले जाने का अपना कर्तव्य निभाओ, ऐसा करना सही नहीं है। उन्होंने मुझसे कहा कि एनसीपी-कांग्रेस हमें खत्म करने की कोशिश कर रही है और विधायक चाहते हैं कि हम बीजेपी के साथ जाएं। मैंने उनसे कहा था कि जो विधायक मेरे पास लाना चाहते हैं उन्हें लाओ।
उन्होंने कहा कि भाजपा, जिसने हमारी पार्टी, मेरे परिवार को बदनाम किया है, वही है जिसके साथ जाने की आप बात कर रहे हैं। ऐसा सवाल ही नहीं उठता। विधायक अगर वहां जाना चाहते हैं तो वे सभी जा सकते हैं। मैं नहीं करूंगा। अगर कोई जाना चाहता है - चाहे वह विधायक हो या कोई और - आओ और हमें बताओ और फिर जाओ।