वी. के. पांडियन ने चुनाव लड़ने की सभी अटकलों पर लगाया विराम, बोले- 'नहीं लडूंगा चुनाव'
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के करीबी सहयोगी वी. के. पांडियन के संबंध में सभी अटकलों को समाप्त करते हुए ओडिशा में सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (बीजद) ने शुक्रवार को स्पष्ट किया कि भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के पूर्व अधिकारी के 2024 में आगामी लोकसभा और राज्य विधानसभा चुनाव लड़ने की संभावना नहीं है।
बीजद की प्रदेश कार्यकारी समिति की बैठक के बाद पार्टी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष देबी प्रसाद मिश्रा ने संवाददाता सम्मेलन में यह स्पष्टीकरण दिया। मिश्रा ने कहा, ‘‘पांडियन ने आज स्पष्टीकरण दिया कि वह आगामी चुनाव नहीं लड़ेंगे।’’
पांडियन ने कुछ घंटों बाद खुद एक बयान में कहा कि वह किसी भी निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव नहीं लड़ेंगे लेकिन ओडिशा की सभी 147 विधानसभा सीट पर मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के पीछे खड़े होंगे।
बीजद की ओर से जारी एक बयान में उन्होंने कहा, ”मुझे किसी पद की कोई लालसा नहीं है। मैं किसी भी निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव नहीं लड़ूंगा।”
पांडियन ने कहा कि उन्हें दो चीजों का आशीर्वाद मिला है एक भगवान जगन्नाथ की सेवा करने का और दूसरा मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के नेतृत्व में काम करने का। उन्होंने कहा, ‘‘मैं पूरी तरह से मुख्यमंत्री के प्रति समर्पित हूं और अपना भविष्य भी भगवान जगन्नाथ व पटनायक को समर्पित करता हूं।”
मिश्रा ने एक सवाल के जवाब में कहा कि पांडियन के चुनाव लड़ने को लेकर दुष्प्रचार अभियान चलाया गया है। उन्होंने कहा कि अगर पांडियन चुनाव लड़ने का फैसला करते हैं तो कोई समस्या नहीं है।
बीजद नेता ने कहा कि उन्होंने ओडिशा के लोगों के लिए पूरे समर्पण के साथ काम करने की घोषणा की है। मिश्रा ने कहा, ‘‘अफवाहों के बाद पांडियन ने आज चुनाव लड़ने पर अपना रुख साफ कर दिया। उन्होंने कहा है कि वह चुनाव नहीं लड़ेंगे। अगर वह चुनाव लड़ने का फैसला करते हैं तो कोई समस्या नहीं है, लेकिन लोगों को अफवाहें फैलाने से बचना चाहिए।’’
पूर्व आईएएस अधिकारी पांडियन के 27 नवंबर 2023 को बीजद में शामिल होने के बाद से ऐसी अफवाहें थीं कि वह चुनाव लड़ेंगे।
पांडियन ने कहा कि वह बीजद को और मजबूत करने व ओडिशा के विकास को सुनिश्चित करने के लिए काम करेंगे। उन्होंने कहा, ”इस बात पर चर्चा हुई है कि मैं चुनाव लड़ूंगा या नहीं। कई लोगों ने मुझसे यह भी पूछा है कि मुझे किस निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ना चाहिए। पार्टी में मेरी संभावित स्थिति के बारे में भी चर्चा हुई। मैं विनम्रतापूर्वक सभी को सूचित करना चाहता हूं कि एक मुख्यमंत्री के अधीन काम करने का अवसर मिलना सौभाग्य की बात है। मैं सभी विधानसभा क्षेत्रों में उनके पीछे खड़ा रहूंगा।”