जम्मू-कश्मीर में केंद्र और उसकी नीतियों के खिलाफ वोट पड़े: एम.वाई. तारिगामी
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के रुझानों में नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां)-कांग्रेस गठबंधन की जीत के संकेत मिलने पर मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) नेता एम.वाई. तारिगामी ने मंगलवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लिए यह स्पष्ट है कि लोगों का वोट केंद्र सरकार और उसकी नीतियों के खिलाफ है।
तारिगामी की पार्टी नेकां-कांग्रेस गठबंधन का हिस्सा है। उन्होंने ‘पीटीआई वीडियोज’ से कहा, ‘‘यह स्पष्ट है कि जनता का मत भाजपा सरकार और उसकी नीतियों के खिलाफ है।’’
तारिगामी ने कहा कि 2018 से जम्मू कश्मीर में नौकरशाही और उपराज्यपाल का शासन है, जिसमें लोगों का कोई प्रतिनिधि नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘इस शासन से केवल मुश्किलें बढ़ीं। नई धर्मनिरपेक्ष सरकार के आने से जम्मू कश्मीर के लोग निश्चित रूप से राहत की सांस लेंगे।’’ उन्होंने कहा कि लंबे समय बाद हुए चुनाव और नतीजों से जम्मू कश्मीर में हर तरफ खुशी का माहौल है।
भाजपा की इस टिप्पणी पर कि शायद कश्मीर में कमल खिलने का यह सही समय नहीं है, का जवाब देते हुए माकपा नेता ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि ऐसा कभी नहीं होगा, लेकिन इंतजार करने में क्या समस्या है।’’
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती के सरकार गठन के लिए नेकां-कांग्रेस गठबंधन का हिस्सा बनने के सवाल पर तारिगामी ने उम्मीद जताई कि धर्मनिरपेक्ष और गैर-भाजपा दल एक साथ आगे आएंगे। उन्होंने कहा, ‘‘पीडीपी के अंदर से मांग उठ रही है और उनका दृष्टिकोण भी इसी दिशा में है कि एक धर्मनिरपेक्ष विकल्प होना चाहिए। इसलिए पीडीपी की इसमें भूमिका है।’’
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल द्वारा विधानसभा में पांच विधायकों को नामित करने के बारे में तारिगामी ने कहा कि यह ‘‘पूरी तरह अलोकतांत्रिक’’ है।