ममता ने भाजपा दफ्तर को बताया टीएमसी का कार्यालय, तुड़वाया ताला, लिखा अपनी पार्टी का नाम
पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी और भाजपा के बीच तीखी सियासी लड़ाई जारी है। अब दोनों के बीच एक दूसरे के पार्टी दफ्तरों पर कब्जा करने की मारामारी शुरू हो गई है। उत्तर 24 परगना जिले में खुद ममता बनर्जी बीजेपी दफ्तर का ताला तोड़ने पहुंचीं। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) का दावा है कि ये उसका दफ्तर है जिस पर बीजेपी ने कब्जा कर लिया था।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, भाजपा के दफ्तर पर कब्जा करने के बाद ममता ने अपने सामने ही सफेदी पोतवाई। इसके बाद ममता ने खुद दीवार पर अपनी पार्टी का चिन्ह पेंट किया और पार्टी का नाम भी लिखा। ममता का आरोप है कि टीएमसी के इस कार्यालय पर बीजेपी ने कब्जा कर लिया था। अब ममता की अगुवाई में टीएमसी ने फिर इस दफ्तर पर अपना कब्जा जमा लिया है।
जिस इमारत पर ममता ने अपनी पार्टी के चुनाव चिह्न को चित्रित किया, वह कथित रूप से नवनिर्वाचित भाजपा सांसद अर्जुन सिंह के समर्थकों द्वारा कब्जा कर लिया गया था, जो दिनेश त्रिवेदी को हराने के बाद बैरकपुर से जीते थे।
राम नाम को लेकर ममता ने भाजपा पर बोला हमला
वहीं बंगाल में जय श्रीराम को लेकर भी राजनीति चल रही है। रविवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बीजेपी की विचारधारा पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा है कि बीजेपी अपने स्वार्थ के लिए राजनीति में धर्म का इस्तेमाल कर रही है। एक फेसबुक पोस्ट के जरिए बीजेपी और मीडिया के एक धड़े पर उन्होंने जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि ऐसे किसी भी राजनीतिक पार्टी के ऐसे कार्यकर्ता जो धर्म के नाम पर लोगों को बांट रहे हो। समाज में अशांति फैला रहे हों उन पर उचित कार्रवाई करने का समय आ गया है।
ममता ने कहा, “मुझे किसी भी पार्टी के किसी तय नारे से परेशानी नहीं है। हर राजनीतिक पार्टी अपनी रैली में एक नारा रखती है, हर राजनितिक पार्टी के अपने नारे होते हैं। मेरी पार्टी का नारा है जय हिंद-वंदेमातरम, ऐसे ही लेफ्ट का नारा है इंकलाब ज़िंदाबाद। अन्य पार्टियों के भी अपने नारे हैं और हम इसका पूरा सम्मान करते हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि जय सिया राम, जय राम जी की, राम नाम सत्य है ऐसे नारों के धार्मिक और सामाजिक अर्थ हैं। हम इन भावनाओं का सम्मान करते हैं। लेकिन बीजेपी धार्मिक नारे को अपनी राजनीतिक रैलियों में इस्तेमाल करती है और ये एक ग़लत भावना के साथ किया जा रहा है। राजनीति में धर्म को मिलाया जा रहा है।
ममता को भेजे जाएंगे जय श्रीराम लिखे पोस्टकार्ड
ममता बनर्जी के सामने जयश्रीराम के नारे लगाने वाले बीजेपी कार्यकर्ताओं पर कार्रवाई के बाद बीजेपी सांसद अर्जुन सिंह ने उनके खिलाफ पोस्टकार्ड मुहिम चला दी है, जिसमें देश भर से बीजेपी के नेता और कार्यकर्ता ममता बनर्जी को जयश्रीराम लिखे पोस्टकार्ड और चिट्ठियां भेजने में जुट गए। ममता को ऐसे 10 लाख पोस्टकार्ड भेजने की तैयारी है।