"ये कैसी सरकार जहां सीएम को अपने विधायकों पर भरोसा नहीं": पीएम मोदी ने राजस्थान में गहलोत पर साधा निशाना
राजस्थान कांग्रेस में अंदरूनी कलह को लेकर अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मुखर हो गए हैं। विकास से जुड़े कार्यों की सौगात देने राजस्थान पहुंचे प्रधानमंत्री ने इसी कलह पर निशाना साधा और पूछा कि यह कैसी सरकार है, जहां मुख्यमंत्री को अपने विधायकों पर विधायकों को उन पर भरोसा नहीं है।
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी माउंट आबू में एक रैली को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कांग्रेस पर संघर्ष-ग्रस्त सूडान में फंसे भारतीयों के मुद्दे का राजनीतिकरण करने की कोशिश करने का भी आरोप लगाया और कहा कि विपक्षी पार्टी भूल गई कि "मोदी हर भारतीय की सुरक्षा के लिए किसी भी सीमा को पार कर सकता है।"
मोदी ने कहा, "यह कैसी सरकार है जहां मुख्यमंत्री अपने विधायकों पर भरोसा नहीं करते और विधायक मुख्यमंत्री पर भरोसा नहीं करते।" आपको बता दें कि राजस्थान में कांग्रेस में बढ़ती दरार किसी से छिपी नहीं है। पार्टी नेता सचिन पायलट ने कथित भ्रष्टाचार को लेकर "निष्क्रियता" को लेकर मुख्यमंत्री पर हमला किया था।
इसी साल के अंत में राजस्थान में चुनाव होने हैं और ऐसे में अब राजनीति के लिहाज से राजस्थान में मौसम और भी गर्म होने वाला है। बता दें कि गहलोत पर तीखा हमला करते हुए पायलट ने मंगलवार को कहा कि धौलपुर में मुख्यमंत्री के भाषण से पता चलता है कि उनकी नेता "सोनिया गांधी नहीं बल्कि वसुंधरा राजे सिंधिया हैं।"
इसके अतिरिक्त पायलट ने "भ्रष्टाचार" के मुद्दों को उठाने के लिए 11 मई को अजमेर से 'जन संघर्ष यात्रा' की भी घोषणा की। मुख्यमंत्री पर कटाक्ष में पायलट ने कहा कि यह पहली बार है जब उन्होंने पार्टी विधायकों को बदनाम करने का प्रयास किया है। गौरतलब है कि गहलोत ने धौलपुर में एक रैली में दावा किया था कि वसुंधरा राजे un भाजपा नेताओं में से थीं, जिन्होंने 2020 में पायलट और कुछ कांग्रेस विधायकों द्वारा राज्य में नेतृत्व परिवर्तन की मांग के विद्रोह के दौरान उनकी सरकार को बचाने में मदद की थी।
पायलट ने गहलोत पर राजस्थान में भाजपा शासन के दौरान कथित भ्रष्टाचार को लेकर निष्क्रियता का भी आरोप लगाया। अब बुधवार को इसी कलह को उजागर करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस की अंदरूनी कलह का खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ा है। उन्होंने कहा, "सरकार में लोग एक-दूसरे का अपमान करने की होड़ में हैं। जब कुर्सी ही सुरक्षित नहीं है और व्यक्ति को खतरा महसूस हो रहा है तो फिर राजस्थान के कल्याण की चिंता कैसे होगी।"
इसके आगे प्रधानमंत्री ने कहा, "कांग्रेस के इस रवैये की कीमत महिलाओं और बेटियों को चुकानी पड़ी है। महिलाओं के खिलाफ अपराध उच्चतम स्तर पर पहुंच गए हैं...उन्हें आशंकाओं और संदेह के बीच त्योहार मनाने पड़ रहे हैं।" प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पर COVID-19 के दौरान गलत सूचना फैलाने का आरोप लगाया और कहा कि विपक्षी पार्टी चाहती थी कि लोग मोदी को बदनाम करें और दोष दें।
उन्होंने कहा, "जब देश में 100 साल में सबसे बड़े संकट के रूप में कोरोना आया, तब भी कांग्रेस ने अफवाह फैलाने की कोशिश की... वैक्सीन पर लोगों को भड़काया। कांग्रेस चाहती थी कि ज्यादा से ज्यादा लोग मरें और उन्होंने मोदी की गर्दन पकड़ने के प्रयास किए।" इसके अलावा उन्होंने कहा कि कर्नाटक के हक्की-पिक्की समुदाय के सैकड़ों लोग सूडान में फंसे हुए थे और सरकार उन्हें निकालने में सक्षम थी।
"जिस समय कर्नाटक के हक्कीपिक्की जनजाति के कुछ सदस्य सूडान में फंसे और भाजपा सरकार उन्हें निकालने की कोशिश कर रही थी, देश में चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस ने इसके बारे में हंगामा करना शुरू कर दिया और इन आदिवासियों की पहचान करके उनकी जान जोखिम में डाल दी। कांग्रेस चुनाव में फायदा चाहती थी। लेकिन कांग्रेस भूल गई कि मोदी देश की सुरक्षा के लिए किसी भी सीमा को लांघ सकते हैं।" बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी राजस्थान के नाथद्वारा पहुंचे और उन्होंने करीब 5500 करोड़ रुपए की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया।