नायडू ने केन्द्र पर साधा निशाना, कहा- आंध्र प्रदेश के साथ भेदभाव क्यों?
एनडीए-टीडीपी के बीच विवाद तेज होता जा रहा है। मोदी कैबिनेट छोड़ने के ऐलान के बाद गुरुवार को आंध्र प्रदेश के विधानसभा में सीएम एन चंद्रबाबू नायडू ने केन्द्र को खरी-खरी सुनाई।
नायडू ने कहा कि कल अरुण जेटली ने जो बात की, वह अच्छा नहीं है। आप पूर्वोत्तर राज्यों का हाथ पकड़ रहे हैं लेकिन आंध्र प्रदेश का नहीं। आप उन्हें औद्योगिक प्रोत्साहन दे रहे हैं, मगर आंध्र प्रदेश को नहीं। यह भेदभाव क्यों है?
What Arun Jaitley spoke yesterday is not good. You are holding hand of the North Eastern states but not Andhra Pradesh's. You are giving industrial incentives to them, not to Andhra Pradesh. Why this discrimination?: #AndhraPradesh CM N Chandrababu Naidu in state assembly pic.twitter.com/1RtJsx7sRt
— ANI (@ANI) March 8, 2018
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बुधवार को कहा था कि सरकार आंध्र प्रदेश को विशेष पैकेज देने को तैयार है, लेकिन विशेष राज्य का दर्जा नहीं दिया जा सकता है। केंद्र सरकार डीटीपी की मांग से सहमत नहीं है। हालांकि, पहले से घोषित स्पेशल पैकेज के बराबर रकम मुहैया कराने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि वह इसके लिए संकल्पबद्ध हैं। चौदहवें वित्त आयोग के तहत किसी को भी विशेष राज्य का दर्जा नहीं दिया जा सकता।
नायडू ने कहा कि केंद्रीय मंत्रिमंडल में हमारे और हमारे मंत्रिमंडल में भाजपा मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया है। हालांकि, इन मंत्रियों ने राज्य में अच्छा काम किया। उन्होंने अपने विभागों में काफी सुधार किए। मैं उनकी सेवाओं के लिए उन्हें धन्यवाद देता हूं।
बता दें कि भाजपा कोटे के मंत्री कामिनेनी श्रीनिवास, माणिक्याला राव ने आंध्र प्रदेश सरकार से अपना इस्तीफा सौंपा है। दरअसल, आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा नहीं दिए जाने को लेकर अब बात एनडीए में फूट तक पहुंच गई है। केन्द्र के रवैये से नाराज तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) ने बुधवार को सरकार से अलग होने का निर्णय लिया है। टीडीपी प्रमुख और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्र बाबू नायडू ने देर रात इसका एलान किया। उन्होंने कहा कि वे केंद्र सरकार के रवैया से निराश हैं। नायडू ने नागरिक उड्डयन मंत्री अशोक गजपति राजू और केन्द्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री वाईएस चौधरी को उनके संबंधित मंत्रालयों से इस्तीफा देने के लिए कहा है।