यूपी चुनाव: मायावती ने सभी पार्टियों पर जमकर किया हमला, भाजपा पर लगाया सांप्रदायिक और जातिवादी होने का आरोप
बसपा सुप्रीमो मायावती ने गाजियाबाद में एक रैली को संबोधित करते हुए विपक्षी पार्टियों को जमकर आड़े हाथ लिया। उन्होंने अपने भाषण में भारतीय जनता पार्टी पर जातिगत राजनीति करने और 'सांप्रदायिक नफरत' फैलाने का आरोप लगाया। मायावती ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि तेल, पेट्रोल और डीजल की कीमतों को बनाए रखने में भाजपा की विफलता ने राज्य में लोगों को दुखी किया है।
हालांकि मायावती ने सिर्फ सत्तारूढ़ बीजेपी ही नहीं, बल्कि कांग्रेस और सपा पर भी जोरदार हमला बोला। उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि जब वह सत्ता में थी तब भारत रत्न के लिए दलित लीडर और आइकॉन बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की अनदेखी की गई थी। उन्होंने कांग्रेस पर एक अन्य दलित नेता कांशीराम की उपेक्षा करने का भी आरोप लगाया।
उन्होंने जनता से अपील करते हुए कहा कि वो भाजपा, सपा या कांग्रेस के पक्ष में वोट न डालें क्योंकि केवल बसपा ही "अच्छे दिन" ला सकती है। उन्होंने अपने संबोधन में समाजवादी पार्टी के शासन की तुलना "गुंडा, माफिया और असामाजिक तत्वों" से की।
सपा को दलित विरोधी बताते हुए उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लिए पदोन्नति का बिल जब संसद में आया तो सपा सांसदों ने उसे फाड़ दिया। यही नहीं, इन तबकों के बच्चों के विदेश जा कर पढ़ने का प्रावधान भी सपा ने खत्म कर दिया।
आपको बता दें कि मायावती ने इस बार की पार्टी से गठान नहीं किया है। वो यूपी के सभी 403 विधानसभा सीटों पर अकेले ही चुनावी मैदान में उतरी हैं। गौरतलब है कि यूपी में 7 चरणों में मतदान होंगे। सबसे पहले 10 फरवरी, फिर 14 फरवरी, 20 फरवरी, 23 फरवरी, 27 फरवरी, 3 मार्च और 7 मार्च को मतदान होगा। नतीजे 10 मार्च को आएंगें।