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21 September 2015

भारतीय क्रिकेट को दौलत-शोहरत दिलाने वाले डालमिया का निधन

बीसीसीआई

डालमिया को भारतीय क्रिकेट में पैसा लाने और अंग्रेजों का दबदबा खत्‍म कर भारतीय क्रिकेट को बुलंदियों तक पहुंचाने के लिए याद किया जाएगा। भारत ने जब 1983 में पहली बार विश्व कप जीता, तब डालमिया बीसीसीआई के कोषाध्यक्ष बने थे। इसके बाद 1997 से 2000 तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के अध्यक्ष भी रहे। उन्होंने 1987 और 1996 में भारतीय उपमहाद्वीप में विश्व कप आयोजित कराने में अहम भूमिका निभाई। बीसीसीआई को दुनिया का सबसे धनी क्रिकेट बोर्ड बनाने और विश्‍व क्रिकेट में अंग्रेजों के दबदबे को खत्‍म करने में डालमिया की अहम भूमिका रही। 

सीने में दर्द की शिकायत के बाद उन्हें गुरूवार रात कोलकाता केबीएम बिड़ला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 75 साल के डालमिया के परिवार में उनकी पत्नी चंद्रलेखा, बेटी वैशाली और बेटा अभिषेक हैं। डालमिया के निधन ने क्रिकेेट, राजनीति और कारोबार जगत के लोगों को शोकाकुल कर दिया है। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और प्रधानमंत्राी नरेंद्र मोदी ने बीसीसीआई अध्यक्ष जगमोहन डालमिया के निधन पर शोक व्यक्त किया है। बीसीसीआई ने उनके निधन पर शोक जताते हुए कहा कि क्रिकेट जगत को इस अनुभवी प्रशासक की कमी बहुत खलेगी। बीसीसीआई सचिव अनुराग ठाकुर ने एक बयान में कहा, भारतीय क्रिकेट में पितातुल्य डालमिया ने भारत में क्रिकेट के खेल के विकास के लिए काम किया। क्रिकेट जगत को उनकी काफी कमी खलेगी। डालमिया ने भारतीय क्रिकेट को वैश्विक स्तर पर पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई। उनके प्रयासों को पीढ़‍ियों तक याद किया जाएगा और भारतीय क्रिकेट में उनके योगदान की बराबरी नहीं की जा सकती। 

डालमिया का जन्म कोलकाता के एक मारवाड़ी परिवार में हुआ था। उन्होंने स्कॉटिश चर्च कॉलेज से पढ़ाई की और फिर अपनी कॉलेज टीम और कई क्लबों में बतौर विकेटकीपर खेलते हुए अपने क्रिकेटिंग करियर की शुरुआत की। डालमिया ने 35 साल के अपने क्रिकेट प्रशासनिक करियर की शुरूआत राजस्थान क्लब से बंगाल क्रिकेट संघ की कार्यकारी समिति का सदस्य बनकर की जबकि इसके बाद वह कैब के कोषाध्यक्ष और सचिव भी बने। 

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कौन होगा नया अध्‍यक्ष 

बीसीसीआई के संविधान के मुताबिक, यदि अध्यक्ष का पद कार्यकाल के बीच में ही खाली हो जाता है तो 15 दिनों के भीतर सचिव आम सभा की एक विशेष बैठक बुलाएगा ताकि अध्यक्ष का चुनाव हो सके। जिस अध्यक्ष का कार्यकाल अधूरा रह गया, उसके नाम को प्रस्तावित करने वाले क्षेत्र से कम से कम एक पूर्ण सदस्य द्वारा अध्यक्ष नामित किया जाएगा। इस तरह चुना गया शख्य अगले चुनावों तक पद पर बना रहेगा।

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद आईसीसी के अध्यक्ष भी रह चुके डालमिया पिछले कुछ समय से बीमार चल रहे थे और बीसीसीआई के रोजमर्रा के संचालन में सक्रिय रूप से हिस्सा नहीं ले पा रहे थे। डालमिया ने 10 साल के अंतराल के बाद इस साल मार्च में दूसरी बार बीसीसीआई की कमान संभाली थी जब उन्हें चुनाव में वाकओवर मिल गया था। लेकिन डालमिया की तबीयत खराब होने के कारण सचिव अनुराग ठाकुर फैसले कर रहे थे। डालमिया के स्वास्थ्य को लेकर बीसीसीआई में कई तरह की राय थी। उनकी सेहत को देखते हुए हाल में उन्हें बीसीसीआई अध्यक्ष पद से हटाने की भी मांग उठी थी।

राजकीय सम्‍मान के साथ अंतिम संस्‍कार 

पश्चिम बंगाल की मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी ने डालमिया के निधन पर शोक व्‍यक्‍त करते हुए कहा है, हम डालमिया जी का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ करेंगे। वह एक धरोहर थे। खेल प्रशासकों के बीच उनका दर्जा काफी बड़ा था। बंगाल को प्यार करने वाले एक सच्चे इंसान। 

 

 

 

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TAGS: क्रिकेट, जगमोहन डालमिया, निधन, कोलकाता, धन, वर्ल्‍ड कप, बीसीसीआई, आईसीसी
OUTLOOK 21 September, 2015
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