शमी का कॉन्ट्रैक्ट रोकने पर चेतन चौहान ने BCCI से जताई नाराजगी
पत्नी के आरोपों की वजह से विवादों में आए मोहम्मद शमी का बीसीसीआई द्वारा कॉन्ट्रैक्ट रोकने पर पूर्व क्रिकेटर और यूपी सरकार के मंत्री चेतन चौहान ने नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा है कि शमी पर लगे आरोपों का क्रिकेट से कोई लेना देना नहीं है और बीसीसीआई को लोढ़ा समिति की सिफारिशों का अनुसरण करना चाहिए।
I think #BCCI should not withhold #MohammedShami 's contract as the issue has nothing to do with cricket and also he has not been found guilty yet: Chetan Chauhan, Former Cricketer and UP Minister pic.twitter.com/iHNyQCYv1x
— ANI (@ANI) March 10, 2018
पूर्व क्रिकेटर ने कहा, 'मैं समझता हूं कि मोहम्मद शमी पर लगे आरोप निजी मामला है। सुप्रीम कोर्ट शीर्ष कानूनी संस्था है और बीसीसीआई को किसी तरह के टकराव से बचना चाहिए। प्रशासनिक कमेटी को खिलाड़ियों से बीसीसीआई के नए कॉन्ट्रैक्ट की घोषणा करनी थी। इसमें शमी का भी नाम शामिल था, लेकिन कमेेटी ने यह कहते हुए शमी का कॉन्ट्रेक्ट रोक दिया कि पहले वह शमी पर लगे इन आरोपों की जांच करेगी और इसके बाद ही वह शमी के कॉन्ट्रैक्ट पर कोई निर्णय लेगी। शमी का हाल में दक्षिण अफ्रीका के दौरे में बेहतर प्रदर्शन रहा था। भारत की एकमात्र टेस्ट जीत में अहम भूमिका निभायी थी। शमी ने मैच की दूसरी पारी में 28 रन देकर पांच विकेट लिये थे।
BCCI has to comply with #Lodha committee recommendations as the Supreme Court has given a verdict and not a suggestion. You have to respect the highest legal authority: Bishan Singh Bedi pic.twitter.com/7v5nPbeN0W
— ANI (@ANI) March 10, 2018
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान बिशन सिंह बेदी ने कहा, सु्प्रीम कोर्ट ने अपना फैसला दिया न कि सुझाव। इसलिए बीसीसीआई को लोढ़ा कमेटी की सिफारिशों का पालन करना चाहिए क्योंकि सुप्रीम कोर्ट हमारे देश की सबसे शीर्ष कानूनी संस्था है।
बता दें कि मोहम्मद शमी की पत्नी हसीन जहां ने पति पर घरेलू हिंसा, आपराधिक धमकी और जहर के साथ नुकसान पहुंचाने, हत्या करने के प्रयास का आरोप दर्ज कराया है। पुलिस ने धारा 498 ए 323, 307, 376, 506, 328,34 के तहत मामला दर्ज किया है।