बीसीसीआई ने जताई सुरक्षा की चिंता, आईसीसी ने कहा- सभी मुद्दों पर ध्यान दिया जाएगा
अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने बुधवार को बीसीसीआई को आश्वासन दिया कि वह आगामी विश्व कप के दौरान पुलवामा आतंकी हमले के मद्देनजर भारत की सुरक्षा चिंताओं को दूर करने के लिए 'सब कुछ' करेगा। आईसीसी की मुख्य कार्यकारी समिति (सीईसी) की बैठक की शुरुआत में, बीसीसीआई के सीईओ राहुल जौहरी ने मेगा इवेंट जो 30 मई से शुरू होने वाला है। उसमें अपने खिलाड़ियों की सुरक्षा के बारे में भारत की चिंताओं को व्यक्त किया।
बीसीसीआई को आईसीसी और इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड पर है विश्वास
'बीसीसीआई की ओर से, राहुल जौहरी ने सीईसी की बैठक में भारतीय टीम, मैच अधिकारियों और भारतीय फैंस की सुरक्षा के लिए चिंता जताई। पता चला है कि जोहरी ने सीईसी को बताया कि बीसीसीआई आईसीसी और इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड (इसीबी) द्वारा बनाई जा रही सुरक्षा योजनाओं में विश्वास करता है। आईसीसी के सीईओ डेविड रिचर्डसन ने बीसीसीआई को आश्वासन दिया कि आईसीसी यह सुनिश्चित करेगा कि उठाई गई चिंताओं को दूर करने के लिए सब कुछ किया जाए'।बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पीटीआई को बताया।
सुरक्षा पर चर्चा मूल एजेंडे का हिस्सा नहीं थी, लेकिन बीसीसीआई के आग्रह पर, इसे वैश्विक निकाय द्वारा मिटींग की चर्चा में शामिल किया गया है। पुलवामा आतंकी हमले में 40 से अधिक सीआरपीएफ जवानों के मारे जाने के बाद भारत के प्रमुख खिलाड़ियों जैसे हरभजन सिंह और सौरव गांगुली के बयान आए हैं, जिसमें मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड में पाकिस्तान के खिलाफ 16 जून को होने वाले विश्व कप ग्रुप लीग खेल का बहिष्कार करने का आग्रह किया गया।
पूर्व भारतीय क्रिकेटर्स की है ये सलाह
हरभजन और गांगुली के अलावा भी कई पूर्व भारतीय क्रिकेटर्स ने खुलकर भारत-पाक मुकाबले पर रोक लगाने की मांग की है और बीसीसीआई को सलाह भी दी है कि वह पाक को टूर्नामेंट से बहिष्कृत करने के लिए आईसीसी पर दबाव डालें। इन खिलाड़ियो में मो.अजहरूद्दीन व गौतम गंभीर शामिल हैं। वहीं पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर व और क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने इससे अलग बयान दिया और कहा कि पाकिस्तान से बिना खेले उसे दो अंक देना गलत होगा और यह भारत के लिए हार के समान होगी।
पाकिस्तान का बहिष्कार करना होगा मुश्किल
हालांकि, इस बिंदु पर, बीसीसीआई ने खेल का बहिष्कार करने पर कोई स्टैंड नहीं लिया है क्योंकि संभावना यह भी है कि दोनों टीमें नॉकआउट में भी मिल सकती हैं और पाकिस्तान को वर्ल्ड कप से बाहर करने का कोई तरीका भी नहीं है। आईसीसी का संविधान सदस्यों को क्वॉलिफाई करने की स्थिति में आईसीसी की प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने का अधिकार देता है और अगर बीसीसीआई ऐसा करना भी चाहेगा तो भी उनको किसी अन्य देश से समर्थन मिलने की संभावना बेहद कम है।