Advertisement
21 November 2015

बीसीसीआई में जासूसी के लिए कंपनी से करार नहीं हुआ था: संजय पटेल

afp

बीसीसीआई ने पटेल को पत्र लिखकर कंपनी को कथित तौर पर बोर्ड के कुछ प्रमुख अधिकारियों के चौबीसों घंटे जासूसी करने के लिए किए गए नौ लाख डालर के भुगतान पर स्पष्टीकरण मांगा था। यह तब हुआ जब बीसीसीआई में एन श्रीनिवासन की तूती बोलती थी।

पटेल ने पीटीआई से कहा, ‘मैंने पिछले मार्च में जिस दिन पद छोड़ा था उसी दिन बीसीसीआई का अपना ईमेल अकाउंट बंद कर दिया था। मैंने बीसीसीआई से करार की प्रति मांगी है क्योंकि मेरे पास कोई दस्तावेज नहीं हैं। एक बार जब वे मुझे यह दे देंगे तो मैं अपना जवाब उन्हें भेज दूंगा। लेकिन मैं स्पष्ट करता हूं कि किसी व्यक्ति की जासूसी करने के लिए कंपनी को निर्देश नहीं दिए गए थे।’

पटेल से पूछा गया कि बीसीसीआई ने आखिर इस तरह की कंपनी की सेवाएं क्यों ली, उन्होंने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि वहां किसी कार्य का आदेश दिया गया था। एक समय था जब बीसीसीआई का ईमेल हैक कर दिया गया। ट्विटर के जरिये महत्वपूर्ण दस्तावेजों को लीक होने से बचाने के लिए हमने इस कंपनी के साथ करार किया था।गहन जांच पड़ताल के बाद ही सब कुछ किया गया। मैंने सुरक्षा के लिये एेसा किया। हमने कभी उनसे किसी व्यक्ति की जासूसी के लिए नहीं कहा।’

Advertisement

पटेल ने कहा कि कंपनी (पेज प्रोटेक्शन) ने 50 पेज की रिपोर्ट बीसीसीआई को दी थी जिसमें बताया गया है कि बोर्ड को सुरक्षा के लिए क्या उपाय अपनाने की जरूरत है। उन्होंने कहा, इसलिए जासूसी का कोई भी आरोप सही नहीं है।

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोरसे
TAGS: BCCI, Snoopgate, Sanjay Patel, Page Protection Services, श्रीनिवासन, शशांक मनोहर, ईमेल हैकिंग
OUTLOOK 21 November, 2015
Advertisement