बुमराह ने मैदान पर बड़े पैमाने पर सुधार दिखाया है: फील्डिंग कोच श्रीधर
भारत के फील्डिंग कोच आर श्रीधर ने कहा कि पिछले तीन सालों में जसप्रीत बुमराह मैच विजेता गेंदबाज है लेकिन इसके साथ ही अपने जबर्दस्त वर्क एथिक्स के चलते उनकी गिनती भारत के सबसे सुधरे हुए फील्डरों में की जाती हैं।
फील्डिंग के मामले में करते हैं सबसे ज्यादा मेहनत
कल बारिश के कारण भारत का न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच रद्द हो गया था। अब भारत को रविवार को परंपरागत प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान से भिड़ना है। इस महत्वपूर्ण मैच से पहले श्रीधर ने बुमराह की फील्डिंग की जमकर सराहना की। अपने स्लिंग गेंदबाजी एक्शन के चलते दुनियाभर के बल्लेबाजों को परेशान करने वाले बुमराह की गिनती पहले अच्छे फील्डरों में नहीं की जाती थी। श्रीधर ने कहा कि बुमराह फील्डिंग के मामले में सबसे ज्यादा मेहनत करने वाले भारतीय खिलाड़ी हैं। 2016 में इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू करने के बाद से अब उनकी फील्डिंग में जबर्दस्त सुधार आया है। उनके फील्डिंग स्तर में निरंतर सुधार आ रहा है।
बारिश की वजह से न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच रद्द होने के बाद एक मीडिया बातचीत के दौरान श्रीधर ने कहा कि फिटनेस का स्तर और मानसिकता में बदलाव के बाद हम खिलाड़ियों को फिटनेस के तकनीकी पहलुओं के बारे में बताते हैं। इसके प्रति जागरुकता से खिलाड़ी का फील्डिंग का स्तर बढ़ता है।
केदार जाधव और युजवेंद्र चहल को करनी पड़ती है ज्यादा मेहनत
उन्होंने कहा कि बुमराह, केदार जाधव और युजवेंद्र चहल जैसे खिलाड़ियों नैसर्गिक रूप से अच्छे एथलीट नहीं हैं लेकिन अपनी कड़ी मेहनत से खुद को इंटरनेशनल स्तर का फील्डर बनाने में जुटे हुए हैं। हम उन्हें फील्डिंग के प्रति सम्मान करना और इसके लिए फिटनेस की जानकारी देकर इस पर काम करवाते हैं। स्ट्रैंथ एंड कंडिशनिंग कोच शंकर बासु उनके फिटनेस पर बहुत मेहनत करते हैं। चहल, केदार और बुमराह मेहनत से घबराते नहीं है जो उनका सकारात्मक पक्ष है। श्रीधर ने कहा कि वे निजी तौर पर टीम के फील्डिंग के स्तर से बहुत खुश हैं।
रोहित, कोहली और जडेजा की भी तारीफ की
उन्होंने कहा कि हमारे पास रोहित शर्मा के रूप में स्लिप का शानदार कैचर है। इसके अलावा विराट कोहली और रवींद्र जडेजा 30 गज के अंदर किसी भी पोजीशन से बल्लेबाज को परेशान कर सकते हैं। इसके अलावा टीम में हार्दिक पांड्या के रूप में एक ऐसा खिलाड़ी मौजूद हैं जो जरूरत के वक्त बहुत काम आता है।
सही रवैया भी एक महत्वपूर्ण पहलू
खेल के क्षेत्र में सही रवैया हमेशा एक महत्वपूर्ण पहलू होता है और श्रीधर ने कहा कि यह इस टीम के बहुत है। उन्होंने कहा कि मेरे लिए जो सबसे बड़ी बात थी, वह थी फील्डरों का रवैया, जहां उन्होंने टीम को खुद से आगे रखा, ये ऐसे गुण हैं जिनकी आपको जरूरत पड़ती है जब आप बाहर जाकर चैंपियनशिप जीतना चाहते हों।
(एजेंसी इनपुट)