ममता की शागिर्दी में खेल नीतियां बनाएंगे क्रिकेटर लक्ष्मीरतन
कुछ समय पहले तक किसी ने सोचा भी नहीं था कि राजनीति के मैदान में लक्ष्मी रतन शुक्ला इतनी लंबी छलांग लगा देंगे। भारत के लिए वनडे क्रिकेट खेल चुके लक्ष्मी रतन शुक्ला ने छह माह पहले क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। ममता बनर्जी ने उन्हें हावड़ा उत्तर से चुनाव लड़ने को कहा। चुनाव में शुक्ला ने भाजपा की रूपा गांगुली और कांग्रेस के संतोष कुमार पाठक पर न सिर्फ बड़ी जीत दर्ज की, बल्कि ममता मंत्रिमंडल में भी स्थान पा गये। बेहद प्रतिभाशाली होने के बावजूद ऐसी सफलता तो उन्हें क्रिकेट के मैदान में भी नहीं मिल पाई थी। अंडर 19 क्रिकेट में अच्छे प्रदर्शन के बल पर 1999 में वे भारतीय क्रिकेट टीम में जगह बनाने में कामयाब रहे, लेकिन तीन वनडे मैच खेलने के बाद भी स्थान पक्का नहीं कर पाए। बाद में घरेलू क्रिकेट में अच्छे प्रदर्शन के बाद उन्हें फिर कोई मौका क्यों नहीं मिल पाया, अब उन सब बातों को वे याद नहीं रखना चाहते। वे कहते हैं- ‘अपनी दूसरी पारी में मैं नई शुरुआत कर रहा हूं और लोगों के कल्याण के लिए काम करना चाहता हूं।’ लक्ष्मी रतन शुक्ला मानते हैं कि क्रिकेट टीम की कप्तानी मंत्रीपद की जिम्मेदारी दोनों में फर्क है। वे कहते हैं-‘बेशक मंत्री पद ज्यादा चुनौती पूर्ण है लेकिन मैं आश्वस्त हूं।’