पैनल के समक्ष उपस्थित हुए डीडीसीए सदस्य, दिल्ली टेस्ट की उम्मीद जगी
बीसीसीआई ने चौथे टेस्ट के लिए पुणे को बैकअप स्थल के रूप में चुनकर डीडीसीए पर दबाव बना दिया है और राज्य सरकार ने भी राज्य क्रिकेट संस्था से मनोरंजन कर 24.45 करोड़ रुपयों का भुगतान करने के निर्देश दिए हैं लेकिन बंसल ने कहा कि मैच होगा।
बंसल ने कहा, ‘हम फिरोजशाह कोटला पर मैच के आयोजन को लेकर काफी सकारात्मक हैं। हमें सरकार का भी समर्थन हासिल है और हमें बीसीसीआई की 17 नवंबर की समयसीमा तक सभी स्वीकृति लेने का भरोसा है। ये सब कुछ पिछले पांच साल से हो रहा है। हम चीजों को सही करने के अपने लक्ष्य की दिशा में काम कर रहे हैं और हम सकारात्मक हैं कि समय चीजें सुलझा ली जाएंगी।’
बंसल जहां मैच को लेकर आश्वस्त हैं वहीं डीडीसीए उपाध्यक्ष चेतन चौहान और बोर्ड के अन्य सदस्य प्रधान सचिव (सतर्कता विभाग) चेतन संघी की अध्यक्षता वाली जांच समिति के समक्ष उपस्थित हुए। सूत्रों ने कहा कि बैठक में समिति ने डीडीसीए का केंद्र सरकार की विभिन्न एजेंसियों जैसे सीबीआई, एसएफआईओ, कंपनियों के रजिस्टार से हो रही कई तरह की जांच मामला उठाया। इसके अलावा क्रिकेट संस्था के पास पुलिस में भी चार शिकायतें दर्ज हैं और उसे यहां तक कि एमसीडी से प्रतियोगिता प्रमाणपत्र और सुरक्षा प्रमाणपत्र नहीं मिला है।
पूर्व भारतीय कप्तान बिशन सिंह बेदी की अगुआई वाले गुट ने कल दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुलाकात करके उनसे डीडीसीए को साफ सुथरा बनाने के लिए हस्तक्षेप करने को कहा था। आप सरकार ने भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच के लिए कल ही तीन सदस्यीय जांच समिति गठित करके उसे 14 नवंबर तक रिपोर्ट देने को कहा था।
सूत्रों ने कहा, ‘समिति ने यह भी जानना चाहा कि डीडीसीए अधिकारी राजधानी में क्रिकेट के विकास के लिए क्या कर रहे हैं जबकि केंद्र की इतनी एजेंसियां उनकी जांच कर रही हैं और इससे दिल्ली का नाम बदनाम हो रहा है।’ उन्होंने कहा कि जांच समिति ने डीडीसीए अधिकारियों को गलत तस्वीर पेश करने के लिए भी लताड़ लगाई कि यदि क्रिकेट संस्था को सरकार से 24 करोड़ रुपये मनोरंजन कर में छूट मिल जाती है तो वह चौथा टेस्ट यहां हो जाएगा, जो कि सचिव नहीं है।
बंसल ने भी कहा कि बेदी और उनके साथियों ने केजरीवाल के सामने गलत तस्वीर पेश की। दिल्ली के मुख्यमंत्री ने डीडीसीए में वित्तीय अनियमितताओं और अन्य गलत कामों की शिकायत की जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन किया है जिसके 15 नवंबर तक रिपोर्ट सौंपने की उम्मीद है। बंसल ने कहा, ‘मैं बेदी का काफी सम्मान करता हूं। मैं उनके खिलाफ कुछ नहीं कहना चाहता। लेकिन मुझे लगता है कि उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री के सामने गलत तस्वीर पेश की। हमारे अधिकारी भी केजरीवाल द्वारा नियुक्त जांच समिति के सदस्यों से मिले हैं और हम दोबारा ऐसा करेंगे। मैं सभी को आश्वस्त करना चाहता हूं कि सरकार हमारा समर्थन कर रही है।’