धोनी अब नई भूमिका में, किक्रेट से सन्यास लेने के बाद बेच रहे टमाटर-दूध
क्रिकेट के दीवानों के लिए माही, यानी धौनी, यानी महेंद्र सिंह धौनी का नाम ही काफी है। 15 अगस्त को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से सन्यास के बाद दूसरे मैदान में हाथ आजमाने को लेकर इन दिनों चर्चा में हैं। अपने हेयर स्टाइल और बाइक्स के शौक को लेकर चर्चा में तो रहते ही थे अब, वेब सीरीज, दूध, आर्गेनिक सब्जी, कड़कनाथ मुर्गा को लेकर चर्चा में हैं। उनके फार्म हाउस में खेती जारी है, माही अब सब्जी उगाकर मुनाफा कमा रहे हैं।
खेल के मैदान में जब उनके पीछे के लंबे बाल लहराते थे तो उनका हेयर स्टाइल फैशन में आ गया। फिर झारखंड क्या देश के युवाओं के बीच वह स्टाइल ट्रेंड करने लगा। बाइक के तो पुराने शौकीन हैं ही। प्रारंभिक दिनों में माही के कोच रहे चंचल भट्टाचार्य कहते हैं कि हर बड़े आदमी का शौक उन्हें है। बाइक और स्पीड से लगाव बहुत पहले से है। उनके बाइक्स के बेड़े में पाचास मोटरसाइकिलें होंगी। 100 सीसी याम्हा, बुलेट, हार्ले डेविडसन से लेकर और भी भांति-भांति की मोटरसाइकिलें। रांची की सड़कों पर कई बार अकेले ही बाइक लेकर निकल जाते हैं। माही की चर्चा होते ही एक पुरानी याद उनकी ताजा हो जाती है। तत्कालीन मंत्री सुदेश महतो के इलाके रांची के ही सिल्ली में क्रिकेट मैच था। सुदेश महतो के काफिले की ही गाड़ी में धौनी पीछे बैठे थे। धीमी रफ्तार से बोर हो रहे थे। अचानक हरकत में आये और ड्राइवर की सीट पर जा बैठे फिर क्या था। पायलट गाड़ी को भी पीछे छोड़ते हुए बहुत आगे निकल गये।
खैर तो बात हो रही थी क्रिकेट से इतर धौनी की चर्चाओं की। रांची-जमशेदपुर रोड में एक प्राचीन मंदिर है देउड़ी मंदिर धौनी जब भी रांची आते हैं उनकी कोशिश इस मंदिर में सिर नवाने की होती है। इस कारण इसकी ख्याति बहुत बढ़ गई है। मंदिर में भी अब बहुत भीड़ होने लगी है।
बीते कुछ साल से धौनी अपने शहर के बीच हरमू रोड वाले घर को छोड़ शहर से किनारे सिमलिया में रिंग रोड के किनारे अपने फार्म हाउस में रहने लगे हैं। अब एक और फार्म हाउस को आबाद कर रहे हैं। रिंग रोड के किनारे ही सेम्बो में, सीआरपीफ कैंप के करीब कोई 42-45 एकड़ का फार्म है। अब इस फार्म में हरी सब्जियां निकल रही हैं। जैविक सब्जी के नाम पर ये बाजार में आने लगी हैं। दूध भी निकल रहा है और भरपूर प्रोटीन के लिए ख्यात कड़कनाथ मुर्गा भी तैयार होगा। मध्य प्रदेश के किसान से कुछ दिन पहले इसके दो हजार चूजे मंगाये गये हैं। 15 दिसंबर तक इसकी डिलिवरी होनी है।
ईजा नाम है इस फार्म का। यहां का टमाटर 40 रुपये किलो की दर से बाजार में उतरा है। प्रचार के लिए लगे बैनर में गोबर खाद से तैयार सब्जियां बताया गया है। दूध भी खालिश मगर 55 रुपये किलो। फ्रेंचबीन, फूलगोभी और बंदगोभी भी लगभग तैयार है। ब्रौकली और स्ट्राबेरी भी तैयार होने को है। पपीते की भी पैदावार अच्छी है। जैविक खेती, डेयरी और कड़कनाथ मुर्गा के साथ एंटरटेनमेंट जगत में भी कदम रख रहे हैं। महेंद्र सिंह धौनी की बायोपिक में सुशांत सिंह राजपूत ( अब दिवंगत) ने एक्टिंग की थी। धौनी अपने होम प्रोडक्शन हाउस ' धैनी एंटरटेनमेंट ' के बैनर तले फिल्म और वेब सीरीज की भी तैयारी में हैं। अघोरी में तो खुद एक्टिंग करेंगे। उनकी पत्नी साक्षी ने हाल ही में एक अखबार से बातचीत में इसकी जानकारी दी है। धौनी की यह इंटरटेनमेंट कंपनी 2019 में ही बनी है और ' रोर ऑफ द लायन' प्रोडयूस कर चुकी है। अप्रकाशित किताबें, पौराणिक और साइंस फिक्शन पर इनका जोर होगा। धोनी कुत्तों के भी उतने ही शौकीन हैं। जब भी वक्त मिलता है उनके साथ खेलना उनका सगल शौक है। कई कुत्ते भी हैं धौनी के पास। अब देखना यह है कि समय के साथ किस मैदान में क्रिकेट की तरह गेंद को बाउंड्री लाइन पार करते हैं।