मुंबई इंडियंस के लिए करो या मरो
मुंबई इंडियन्स के लिए भी यह मैच करो या मरो जैसा है और वह इसमें जीत दर्ज करके प्लेऑफ में पहुंचने की उम्मीदों को बरकरार रखने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेगी। केकेआर पर छह विकेट की जीत से गुजरात ने अंतिम चार टीमों में जगह बनाने की अपनी उम्मीदें जगा दी हैं लेकिन अभी छह टीमें इस दौड़ में बनी हुई हैं और इसलिए सुरेश रैना की अगुवाई वाली टीम किसी भी तरह के अगर मगर के पचड़े से बचना चाहेगी। गुजरात के अभी 13 मैचों में आठ जीत से 16 अंक हैं और वह सनराइजर्स हैदराबाद के बाद दूसरे स्थान पर काबिज है।
गुजरात लायन्स यदि कल मुंबई को हरा देता है तो सिर्फ प्लेऑफ ही नहीं बल्कि शीर्ष दो टीमों में उसकी जगह भी सुनिश्चित हो जाएगी जिससे उसे फाइनल में पहुंचने के दो मौके मिलेंगे लेकिन इस मैच में हार पर उसकी स्थिति नाजुक हो जाएगी क्योंकि उसका नेट रन रेट माइनस 0.479 है जो प्लेआफ में जगह बनाने की संभावना रखने वाली सभी टीमों में सबसे खराब है।
मुंबई इंडियन्स की बात करें तो वह जीत दर्ज करने पर ही प्लेऑफ की संभावना बरकरार रख पाएगा। मुंबई के अभी 13 मैचों में सात जीत से 14 अंक हैं और उसका नेट रन रेट माइनस 0.082 है। रोहित शर्मा की टीम को यदि अंतिम चार में स्थान बनाना है तो इस मैच में हर हाल में जीत दर्ज करनी होगी।
गुजरात लायन्स के लिए सकारात्मक पहलू यह है कि उसके खिलाड़ी ग्रीन पार्क की परिस्थितियों से वाकिफ हो गए हैं। केकेआर के खिलाफ उसके गेंदबाजों ने पिच से मिल रही मदद का पूरा फायदा उठाकर अपनी टीम के लिए आसान जीत की नींव रखी थी। ड्वेन स्मिथ ने चार ओवर में आठ रन देकर चार विकेट लिये जबकि बाकी गेंदबाजों ने उनका अच्छा साथ दिया।
स्मिथ ने स्वयं स्वीकार किया कि पिच से उनके गेंदबाजों को मदद मिली और उम्मीद जतायी कि मुंबई के खिलाफ भी टीम बेहतर प्रदर्शन जारी रखेगी। उन्होंने कहा पिच गेंदबाजों के लिए काफी मददगार थी। अब हमारी नजरें मुंबई इंडियन्स से होने वाले मुकाबले पर यही प्रदर्शन दोहराने पर हैं। उसकी टीम में जेरोम टेलर और कीरोन पोलार्ड जैसे खिलाड़ी हैं जिनसे भिड़ने में मजा आएगा। हम टीम को शान से प्लेऑफ में ले जाने के लिए पूरी कोशिश करेंगे।
मुंबई की टीम आज यहां पहुंची है और उसके लिए यह महत्वपूर्ण होगा कि उसके खिलाड़ी कानपुर की भीषण गर्मी से कैसे सामंजस्य बिठाते हैं। मुंबई पिछले मैच में दिल्ली डेयरडेविल्स पर बड़ी जीत के साथ यहां पहुंच रही है। उस जीत से उसका मनोबल बढ़ा है। कुणाल पंड्या ने डेयरडेविल्स के खिलाफ जिस तरह से तूफानी बल्लेबाजी और बाद में शानदार गेंदबाजी की उससे साफ हो गया कि टीम अब एक या दो खिलाड़ियों पर निर्भर नहीं है। पंड्या के पिंच हिटर के रूप में चलने और शीर्ष क्रम में मार्टिन गुप्टिल के आने से टीम की बल्लेबाजी अधिक मजबूत हुई है। मध्यक्रम में पोलार्ड, जोस बटलर और अंबाती रायुडु के रूप में टीम के पास अच्छे बल्लेबाज हैं।
ग्रीन पार्क पर हालांकि टास की भूमिका अहम होती है तथा पहले क्षेत्ररक्षण करने वाली टीम को फायदा मिल सकता है जैसा कि पिछले मैच में देखा गया। मुंबई के पास हालांकि मिशेल मैकलेनगन, जसप्रीत बुमराह और हरभजन सिंह जैसे गेंदबाज हैं जो किसी भी तरह की परिस्थितियों में अच्छा प्रदर्शन करने में सक्षम हैं।