सेमीफाइनल में मिताली राज को बाहर रखने पर गांगुली ने कहा- मेरे साथ भी ऐसा हुआ था
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली महिला टी-20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में मिताली राज को आखिरी-11 से बाहर रखने पर हैरान नहीं है। महिला टीम सेमीफाइनल में इंग्लैंड के हाथों हार गई थी। गांगुली ने कहा, "टीम इंडिया की कप्तानी करने के बाद मुझे भी बाहर कर दिया गया था। जब मैंने मिताली को टीम से बाहर देखा तो कहा- हमारे ग्रुप में आपका स्वागत है।"
ग्रैग चैपल के कोच रहने के दौरान गांगुली को भी टीम से बाहर कर दिया गया था। 46 वर्षीय गांगुली ने पाकिस्तान के खिलाफ 2006 में हुए दूसरे टेस्ट को याद करते हुए कहा, "कप्तान आपको बाहर बैठने के लिए कहते हैं तो आप वैसा ही करो। मैंने फैसलाबाद में ऐसा किया था। 15 महीने तक वनडे नहीं खेला, जबकि उस समय मैं वनडे में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर रहा था।"
भारत फाइनल में पहुंच सकता था: गांगुली
गांगुली ने कोलकाता के क्लब में हुए एक कार्यक्रम में कहा, "इससे मिताली का करियर खत्म नहीं हो जाता आपको हमेशा यह याद रखना चाहिए कि आप सर्वश्रेष्ठ हो, क्योंकि आपने अच्छा किया है इसलिए उनके बाहर बैठने पर मैं हैरान नहीं हुआ, लेकिन टीम के हारने पर मैं निराश हुआ। मुझे लगा था कि भारत आगे बढ़ सकता यानी फाइनल खेल सकता था।"
गांगुली ने कहा- धोनी एक चैम्पियन खिलाड़ी हैं
दूसरी ओर, गांगुली ने महेंद्र सिंह धोनी की तारीफ करते हुए कहा, ''वे अब भी बड़े छक्के लगाने में सक्षम हैं। उन्हें टीम में रहना चाहिए। धोनी एक चैम्पियन खिलाड़ी हैं। वर्ल्ड टी-20 (2007) में जीत के बाद उसका करियर शानदार रहा है। मैं उन्हें शुभकामना देता हूं क्योंकि सभी चाहते हैं कि वे अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करें। मेरा अब भी मानना है कि धोनी लंबे शॉट मार सकते हैं। वे बेहतरीन खिलाड़ी हैं।"