भारतीय टेस्ट कप्तान बनने के बाद पहली बार आया गिल का बयान, विराट-रोहित पर कह दी ये बड़ी बात
रोहित शर्मा और विराट कोहली की नेतृत्व शैली बिल्कुल अलग-अलग थी, लेकिन नए कप्तान शुभमन गिल ने कहा कि इन दो दिग्गज खिलाड़ियों ने स्पिनर रविचंद्रन अश्विन के साथ मिलकर भारतीय टीम को घर से बाहर टेस्ट श्रृंखला जीतने का मंत्र या खाका दिया है।
गौरतलब है कि गिल को शनिवार को टेस्ट मैचों के लिए भारत का कप्तान नियुक्त किया गया। 25 वर्षीय गिल का पहला प्रोजेक्ट इंग्लैंड में पांच टेस्ट मैचों की सीरीज है, जिसमें उनकी टीम में कोहली और रोहित जैसे दिग्गज शामिल नहीं होंगे।
गिल ने रविवार को बीसीसीआई द्वारा जारी एक वीडियो में कहा, "रोहित भाई, विराट भाई और अश्विन भाई जैसे खिलाड़ियों ने हमें घर से बाहर दौरा करने और मैच और सीरीज जीतने का खाका दिया है।"
उन्होंने कहा, "हां, प्रदर्शन करना और उसे क्रियान्वित करना एक बात है, लेकिन चूंकि हमारे पास इसकी रूपरेखा है, इसलिए हम जानते हैं कि घर से बाहर कैसे दौरा करना है और मैच और श्रृंखला कैसे जीतनी है।"
गिल ने कहा कि कोहली और रोहित की नेतृत्व शैली में अंतर है, लेकिन उनकी शैली भी काफी समान है। उन्होंने कहा, "जब मैं छोटा था, तो मैं हमेशा भारतीय क्रिकेट के महान खिलाड़ियों से प्रेरित रहता था और मैं बहुत भाग्यशाली रहा हूं कि मुझे उनमें से कई के साथ खेलने का मौका मिला, चाहे वह विराट भाई हों या रोहित भाई।"
गिल ने कहा, "दोनों अपनी शैली के मामले में बहुत अलग थे, लेकिन दोनों को एक ही लक्ष्य की ओर काम करते देखना बहुत प्रेरणादायक था। आप एक कप्तान के रूप में जीतना चाहते हैं और आपकी शैली अलग हो सकती है, लेकिन वे दोनों बहुत अलग थे, लेकिन अपने-अपने अर्थों में समान भी थे। विराट भाई हमेशा बहुत आक्रामक थे, हमेशा भूख और जुनून के साथ आगे बढ़कर नेतृत्व करना चाहते थे जबकि रोहित भाई भी आक्रामक थे। आप उनकी प्रतिक्रिया या अभिव्यक्ति में ऐसा नहीं देख सकते हैं, लेकिन वह ऐसे व्यक्ति थे जो मैदान पर हमेशा बहुत आक्रामक रहते थे।"
भारतीय टेस्ट कप्तान ने कहा, "रोहित भाई बहुत शांत और रणनीति के मामले में हमेशा तत्पर रहते थे, और वह खिलाड़ियों से बहुत संवाद करते थे, कि वह खिलाड़ियों से क्या चाहते हैं, और इसलिए ये वे गुण हैं जो मैंने उनसे सीखे।"
लाज़मी है कि कप्तानी का बोझ अक्सर बल्लेबाजी को प्रभावित करता है, लेकिन गिल ने कहा कि उनका दृष्टिकोण दोनों को अलग रखना होगा। उन्होंने कहा, "एक चीज जो मैंने सीखी वह यह है कि अगर मैं बल्लेबाज हूं और बल्लेबाजी कर रहा हूं तो मैं एक बल्लेबाज के रूप में निर्णय लेना चाहता हूं न कि एक कप्तान के रूप में।"
उन्होंने कहा, "अगर मैं दूसरी चीजों के बारे में सोचना शुरू कर देता हूं, तो यह मुझ पर और दबाव डालता है, जिसकी जरूरत नहीं है क्योंकि जब आप बल्लेबाजी कर रहे होते हैं, तो आप जोखिम उठाने में सक्षम होना चाहते हैं, आप ऐसे फैसले लेने में सक्षम होना चाहते हैं जो आप बल्लेबाज के तौर पर खेलते समय लेते हैं।"
गिल ने कहा, "क्योंकि इससे आपको आजादी मिलती है (और) यह उन चीजों में से एक है जो मैंने सीखी है कि जब भी मैं मैदान पर उतरता हूं, तो मैं सिर्फ एक बल्लेबाज के तौर पर फैसले लेने में सक्षम होना चाहता हूं और वास्तव में यह नहीं सोचना चाहता कि 'ओह मैं कप्तान हूं'।"
शुभमन ने कहा कि टेस्ट कप्तान नियुक्त किया जाना "बहुत बड़ी जिम्मेदारी" के साथ-साथ "बहुत अच्छा" था। उन्होंने कहा, "निश्चित रूप से यह थोड़ा भारी है।"
उन्होंने कहा, "जब कोई युवा खिलाड़ी क्रिकेट खेलना शुरू करता है, तो वह भारत के लिए खेलना चाहता है और सिर्फ भारत के लिए क्रिकेट नहीं, बल्कि लंबे समय तक भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलना चाहता है।" "यह अवसर मिलना बहुत सम्मान की बात है और जैसा कि आपने कहा, यह एक बड़ी जिम्मेदारी है। मैं इस रोमांचक अवसर का इंतजार कर रहा हूं और मुझे लगता है कि इंग्लैंड में होने वाली आगामी सीरीज बहुत रोमांचक होने वाली है।"
गिल ने कहा कि उनकी कप्तानी का दर्शन न केवल उदाहरण पेश करना है, बल्कि अपने खिलाड़ियों को उनका स्थान भी देना है। उन्होंने कहा, "मैं सिर्फ प्रदर्शन से ही नहीं, बल्कि मैदान के बाहर भी अनुशासन और कड़ी मेहनत से उदाहरण पेश करने में विश्वास रखता हूं।"
उन्होंने कहा, "एक कप्तान के रूप में, एक नेता को यह पता होना चाहिए कि कब हस्तक्षेप करना है, लेकिन साथ ही यह भी पता होना चाहिए कि कब खिलाड़ियों को जगह देनी है, क्योंकि हर किसी का जीवन अलग-अलग रहा है और वे अलग-अलग तरीके से बड़े हुए हैं।"
गिल नेकहा, "हर व्यक्ति का व्यक्तित्व अलग होता है और एक अच्छे नेता को हमेशा यह पता होना चाहिए कि उसकी जगह क्या है, ताकि वह सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन या सर्वश्रेष्ठ परिणाम प्राप्त कर सके, यह हमेशा रोमांचक होता है।"
उन्होंने आगे कहा, "खिलाड़ियों के साथ बातचीत करने में सक्षम होना, उन्हें सिर्फ क्रिकेट से परे गहराई से जानना क्योंकि तब आप वास्तव में यह जानने में सक्षम होते हैं कि उनसे सर्वश्रेष्ठ क्या प्राप्त किया जा सकता है।"