पस्त हौसलों के साथ भिड़ेंगे भारत-पाक
त्रिकोणीय शृंखला में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड से बुरी तरह पराजित होने के बाद भारत का विश्व कप का खिताब बरकरार रखने का आत्मविश्वास डगमगा गया है। लेकिन विश्व कप के अपने पहले मैच में अपने चिर-प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान से एक बार फिर जीत की उसकी आस तब बलवती हो गई जब न्यूजीलैंड के हाथों पाकिस्तान के दूसरे एकदिवसीय मैच हारने की भी खबर मिली। अभी भारत और पाकिस्तान की सबसे बड़ी दिक्कत उनके बल्लेबाजों का नहीं चल पाना है। यही वजह है कि त्रिकोणीय शृंखला में इंग्लैंड जैसी मामूली टीम के खिलाफ भारत बमुश्किल 200 रन का आंकड़ा ही छू पाई जबकि इस शृंखला में उसे एक भी जीत नसीब नहीं हुई।
यही हाल पाकिस्तान के हालिया प्रदर्शन का रहा है और दोनों चिर-प्रतिद्वंद्वी टीमें एक ही पूल यानी पूल बी में हैं जहां सबसे मजबूत स्थिति में फिलहाल दक्षिण अफ्रीकी टीम ही नजर आ रही है। वेलिंगटन में पहला एकदिवसीय मैच हारने के बाद दूसरे एकदिवसीय मैच में पाकिस्तान की टीम भी पूरे 50 ओवर नहीं खेल पाई जिस तरह इंग्लैंड से मुकाबले में भारतीय टीम ताश के पत्ते की तरह 50 ओवर से पहले ही धराशायी हो गई थी। दूसरी तरफ इंग्लैंड और न्यूजीलैंड विश्व कप से पहले काफी आक्रामक अंदाज में दिख रही हैं। भले ही इंग्लैंड की टीम ऑस्ट्रेलिया से फाइनल हार गई लेकिन भारत को हराकर फाइनल में जगह बनाने के बाद उसका हौसला बुलंद है। गेंदबाजी की बात करें तो भी भारत और पाकिस्तान के गेंदबाज धारदार या प्रभावशाली गेंदबाजी करने में नाकाम रहे हैं। पाकिस्तान की तेज गेंदबाजी ही उसकी पहचान रही है लेकिन न्यूजीलैंड के खिलाफ वह लचर रही और न्यूजीलैंड ने 369 रनों का पहाड़ खड़ा कर लिया। न्यूजीलैंड ने विश्व कप से पहले अब तक चार बार 300 से ज्यादा रनों का लक्ष्य अपनी विपक्षी टीमों को दिया है। हालांकि अभी तक विश्व कप के किसी मैच में भारत को नहीं हरा पाया है पाकिस्तान।