स्पिन जाल में फंसा भारत, न्यूजीलैंड की शानदार वापसी
ग्रीन पार्क की पिच से पहले दिन ही स्पिनरों को मदद मिल रही है और ऐसे में भारत का यह स्कोर मजबूत लग रहा है। स्टंप उखड़ने के समय रविंद्र जडेजा 16 और उमेश यादव आठ रन पर खेल रहे थे।
भारत टास जीतकर पहले बल्लेबाजी के लिये उतरा लेकिन विजय (65) और पुजारा (62) को छोड़कर कोई भी अन्य बल्लेबाज टिककर नहीं खेल पाया। इन दोनों ने दूसरे विकेट के लिये 112 रन की साझेदारी निभायी और जब लग रहा था कि वे बड़ा स्कोर खड़ा करने में सफल रहेंगे तब दोनों ने अपने विकेट गंवाये। कप्तान विराट कोहली केवल दस गेंद तक टिक पाये और नौ रन बनाकर पवेलियन लौटे। अंजिक्य रहाणे (18) और रोहित शर्मा (35) क्रीज पर पर्याप्त समय बिताने के बावजूद बड़ी पारी खेलने में नाकाम रहे जबकि रविचंद्रन अश्विन (40) ने फिर से अपने बल्लेबाजी कौशल का अच्छा नमूना पेश किया। वह वर्ष 2016 में भारत की तरफ से टेस्ट मैचों में सर्वाधिक रन और सर्वाधिक विकेट लेने वाले क्रिकेटर बन गये हैं।
मैच का पहला दिन होने के बावजूद पिच से स्पिनरों को मदद मिल रही थी। न्यूजीलैंड की तरफ से पांच विकेट स्पिनरों ने लिये हैं। मिशेल सैंटनर ने 77 रन देकर तीन विकेट जबकि ईश सोढ़ी और मार्क क्रेग ने एक-एक विकेट लिया है। तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट न्यूजीलैंड के सबसे सफल गेंदबाज रहे हैं। उन्होंने 52 रन देकर तीन विकेट लिये हैं। नील वैगनर ने कोहली का महत्वपूर्ण विकेट हासिल किया। बोल्ट ने तीसरे सत्र में कहर बरपाया जिसमें भारत ने 31 ओवर में 106 रन के अंदर पांच विकेट गंवाये।
सलामी बल्लेबाज के लोकेश राहुल (39 गेंदों पर 32 रन) ने भारत को सकारात्मक शुरूआत दिलायी। उन्होंने बोल्ट के पहले ओवर में ही दो चौके जमाये। केन विलियमसन ने आठवें ओवर में सैंटनर के रूप में स्पिन आक्रमण लगाया। राहुल ने बायें हाथ के इस स्पिनर पर छक्का जड़ा लेकिन इस गेंदबाज ने भारत के इस युवा बल्लेबाज को जल्द ही विकेट के पीछे कैच करा दिया। कीवी कप्तान ने जल्द ही दूसरे छोर से भी आफ स्पिनर मार्क क्रेग को गेंद सौंप दी लेकिन पुजारा और विजय ने स्पिनरों का पूरे आत्मविश्वास के साथ सामना किया। दलीप ट्राफी में दो शतक जड़ने वाले पुजारा ने अच्छे फुटवर्क से स्पिनरों का सामना किया। विजय और पुजारा ने लंच के बाद भी रन जुटाना जारी रखा और लग रहा था कि उन्हें न्यूजीलैंड के गेंदबाजों से कोई परेशानी नहीं हो रही है। विजय पारी के 39वें ओवर में सोढ़ी की गेंद पर पगबाधा की अपील से बचे। उन्होंने अगले ही ओवर में बोल्ट की गेंद पर अपना 13वां टेस्ट अर्धशतक पूरा किया। पुजारा ने भी अपना आठवां अर्धशतक सोढी की गेंद पर स्ट्रेट ड्राइव पर एक रन लेकर पूरा किया। विजय ने सोढ़ी और बोल्ट दोनों के खिलाफ बैकफुट पर आकर खेलने को तरजीह दी जबकि पुजारा ने अपने फुर्तीले फुटवर्क से प्रभावित किया। न्यूजीलैंड ने आखिर में पुजारा को आउट करके महत्वपूर्ण सफलता हासिल की। पुजारा ने सैंटनर की गेंद पर स्ट्रेट ड्राइव करके वापस गेंदबाज को कैच थमाया। पुजारा ने अपनी 109 गेंद की पारी में आठ चौके लगाये। भारत को सबसे बड़ा झटका तब लगा जब कोहली ने नील वैगनर के बाउंसर को चार रन के लिये भेजने के बाद फिर से आक्रामक रवैया अपनाया लेकिन इस बार गेंद बल्ले का ऊपरी किनारा लेकर सीमा रेखा पर कैच में तब्दील हो गयी।
भारत के इस 500वें टेस्ट मैच में विजय भी चाय के विश्राम से पांच मिनट पहले पवेलियन लौट गये। लेग स्पिनर सोढ़ी की शार्ट पिच गेंद उनके बल्ले का किनारा लेकर विकेटकीपर बीजे वाटलिंग के दस्तानों में पहुंची जिन्होंने विकेट के पीछे अपने शानदार प्रदर्शन से प्रभावित किया। विजय ने 170 गेंदें खेली तथा आठ चौके लगाये।
विजय के आउट होने से भारत का स्कोर चार विकेट पर 185 रन हो गया। इसके बाद हालांकि भारत ने नियमित अंतराल में विकेट गंवाये। क्रेग की आफ स्टंप से बाहर पिच करायी गयी खूबसूरत गेंद को रहाणे समझने में नाकाम रहे जो उनके बल्ले का किनारा लेकर शार्ट लेग पर खड़े टाम लैथम के सुरक्षित हाथों में पहुंची। रोहित और अश्विन ने छठे विकेट के लिये 52 रन की साझेदारी की। रोहित ने शुरू में कुछ गेंदों को समझा और फिर सोढ़ी के एक ओवर में दो चौके और डीप मिडविकेट पर छक्का जड़कर अपने तेवर दिखाये। अगले ओवर में हालांकि रहाणे के आउट होने से उन्होंने फिर टिककर खेलने पर ध्यान दिया। दूसरी तरफ से वेस्टइंडीज दौरे में दो शतक जड़ने वाले अश्विन ने एक मंझे हुए बल्लेबाज की तरह बल्लेबाजी की। न्यूजीलैंड ने 80 ओवर के तुरंत बाद नयी गेंद ली और फिर बोल्ट ने अपना कहर बरपाया लेकिन वह सैंटनर थे जिन्होंने रोहित और अश्विन की साझेदारी तोड़ी। रोहित ने फिर से अपना विकेट इनाम में दिया। वह सैंटनर की गेंद को अपने मनमुताबिक नहीं खेल पाये और लांग आन पर आसान कैच देकर पवेलियन लौटे। रोहित ने 67 गेंदें खेली तथा तीन चौके और एक छक्का लगाया।
बोल्ट ने इनस्विंगर पर रिद्धिमान साहा (शून्य) का मिडिल स्टंप थर्राया और फिर अपने अगले ओवर में अश्विन को गली में रोस टेलर के हाथों कैच कराया। अश्विन ने 76 गेंदों का सामना किया और सात चौके लगाये। बोल्ट ने दिन के आखिरी क्षणों में मोहम्मद शमी (शून्य) को भी बोल्ड किया।
भाषा