तीसरा टेस्ट भारत की गिरफ्त में, द. अफ्रीका को बनाने होंगे 278 रन
स्पिनरों के दबदबे के बीच दूसरे दिन बुधवार को कुल 20 विकेट गिरे। दक्षिण अफ्रीका अपने कल के स्कोर दो विकेट पर 11 रन से आगे खेलते हुए पहली पारी में सिर्फ 79 रन पर आउट हो गई। जवाब में भारतीय टीम भी दूसरी पारी में 173 रन ही बना सकी लेकिन पहली पारी की 136 रन की बढत की बदौलत उसने दक्षिण अफ्रीका को 310 रन का लक्ष्य दिया। दूसरे दिन के अंत तक दक्षिण अफ्रीका ने दो विकेट खोकर 32 रन बना लिए हैं। हाशिम अमला तीन और डीन एल्गर 10 रन बनाकर खेल रहे हैं। अभी भी वह लक्ष्य से 278 रन पीछे है और उसके सिर्फ आठ विकेट बाकी हैं।
सुबह आफ स्पिनर अश्विन ने 32 रन देकर पांच विकेट लिए जबकि बाएं हाथ के स्पिनर जडेजा ने 33 रन देकर चार विकेट चटकाए। लेग स्पिनर अमित मिश्रा को भी एक विकेट मिला। अपने कल के स्कोर दो विकेट पर 11 रन से आगे खेलते हुए दक्षिण अफ्रीका ने आखिरी आठ विकेट पहले सत्र में ही गंवा दिए। भारत के खिलाफ यह उसका न्यूनतम टेस्ट स्कोर है। इससे पहले जोहानिसबर्ग में 1996 में टीम 84 रन पर आउट हो गई थी। भारत में इससे पहले दक्षिण अफ्रीका का न्यूनतम टेस्ट स्कोर 105 रन था जो 1996 में उसने अहमदाबाद के मोटेरा स्टेडियम पर 1996 में बनाया था।
जेपी डुमिनी ने 65 गेंद में सर्वाधिक 35 रन बनाये जो मिश्रा का शिकार हुए। आफ स्पिनर सिमोन हार्मर ने 13 रन बनाए। एबी डिविलियर्स खाता भी नहीं खोल सके जबकि हाशिम अमला एक रन बनाकर आउट हुए। सुबह दक्षिण अफ्रीका ने पांच ओवर के भीतर तीन विकेट गंवा दिए थे और एक समय उसका स्कोर 12 रन पर पांच विकेट था। अश्विन ने कल के नाबाद बल्लेबाज डीन एल्गर को सुबह पांचवीं गेंद पर आउट किया। अमला ने उसे स्वीप शाट खेलने की कोशिश की और स्लिप में अजिंक्य रहाणे को कैच दे बैठे। दक्षिण अफ्रीका को सबसे बड़ा भुाटका अगले ओवर में लगा जब एबी डिविलियर्स ने लेग साइड पर पड़ रही जडेजा की गेंद पर रिटर्न कैच थमाया।
सत्रह गेंद के भीतर दक्षिण अफ्रीका की बल्लेबाजी की कमर टूट चुकी थी। डुमिनी और फाफ डु प्लेसिस स्कोर को 35 रन तक ले गए लेकिन इसके बाद फाफ की एकाग्रता टूटी और वह जडेजा की गेंद पर बोल्ड हो गए। अश्विन की गेंद पर अगर विराट कोहली ने डुमिनी का कैच लपक लिया होता तो दक्षिण अफ्रीका की स्थिति और खराब होती। उस समय डुमिनी ने 13 रन ही बनाए थे। अश्विन बदकिस्मत रहे कि उन्हें दक्षिण अफ्रीकी विकेटकीपर डेन विलास का विकेट नहीं मिला जबकि ऋद्धिमान साहा ने स्टम्पिंग का मौका गंवा दिया।
साहा ने 21 के स्कोर पर डुमिनी को भी जीवनदान दिया जब अश्विन की गेंद पर उन्होंने कैच छोड़ा। जडेजा ने विलास को आउट किया जिससे दक्षिण अफ्रीका का स्कोर सात विकेट पर 47 रन हो गया। डुमिनी ने अश्विन को चौका और जडेजा को छक्का लगाकर शुरुआत की थी। उन्होंने जडेजा को एक और छक्का लगाया। सिमोन हार्मर को अश्विन ने कैरम बाल पर आउट किया जबकि डुमिनी को मिश्रा ने पगबाधा आउट किया। मोनर्ी मोर्कल ने अश्विन को आसान रिटर्न कैच थमाया।
भारत का भी दूसरी पारी में प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा और चाय से पहले ही उसने सलामी बल्लेबाज मुरली विजय (5), शिखर धवन (39), चेतेश्वर पुजारा (31), कप्तान विराट कोहली (16) और अजिंक्य रहाणे (9) के विकेट गंवा दिए।