कोहली का खेलना संदिग्ध, भारत दबाव में
मैदानी जंग और जुबानी जंग के बीच चल रही यह बेहद प्रतिस्पर्धी श्रृंखला अभी 1-1 से बराबरी पर है लेकिन भारत के लिये निर्णायक मैच की पूर्व संध्या पर खबर अच्छी नहीं है क्योंकि स्वयं कप्तान ने स्वीकार किया कि वह मैच के लिये शत-प्रतिशत फिट नहीं है क्योंकि अगर वह खेलते हैं तो चोट के बढ़ने का जोखिम रहेगा।
मैच की पूर्व संध्या पर दिया गया बयान एक तरह से संकेत है कि कोहली के मैच में खेलने की संभावना क्षीण है। एक ऐसा मैच जिसमें कोहली जैसे कुशल नेतृत्वकर्ता की टीम को सख्त जरूरत पड़ेगी। एक बल्लेबाज के तौर पर कोहली के लिये वर्तमान श्रृंखला किसी दुस्वप्न से कम नहीं रही लेकिन अगर वह नहीं खेलते हैं और उनके स्थान पर आने वाले श्रेयस अय्यर बड़ा स्कोर नहीं बना पाते है तो फिर उन जैसे नामी बल्लेबाज की कमी भारत को भारी पड़ सकती है।
कोहली ने आज नेट्स पर बल्लेबाजी अभ्यास किया लेकिन स्वीकार किया कि फिजियो फरहार्ट शाम को ही उनके खेलने को लेकर फैसला करेंगे। भारतीय खेमा शायद निर्णायक मैच से पहले विरोधी टीम को किसी तरह का मनोवैग्यानिक लाभ नहीं देना चाहता है। संभवत: यही वजह थी कि कोहली, जिनका खेलना संदिग्ध है, मैच से पहले के अनिवार्य संवाददाता सम्मेलन में आये।
कोहली से पूछा गया कि वह नेट्स पर कैसा महसूस कर रहे थे, उन्होंने कहा, यह प्रतियोगिता से काफी भिन्न है यह एक बात है। रांची में मैंने अनुभव किया है कि अगर आप कुछ प्रतिक्रियात्मक मूवमेंट करते हो तो फिर आपकी चोट का असली रूप सामने आता है।
कोहली ने कहा, हमें इन चीजों को दिमाग में रखना होगा। फिजियो मेरे परीक्षण के लिये कुछ और समय देना चाहते हैं और संभवत: हम आज देर रात या कल मैच से पहले फैसला कर लेंगे।
कोहली से जब चोट से जुड़े जोखिम के बारे में सीधे सवाल किया गया, उन्होंने कहा, फिजियो बेहतर बता सकता है। जोखिम उठाना कितना खतरनाक होगा मैं नहीं बता सकता। मैं केवल इतना जानता हूं कि अगर मैं फिटनेस परीक्षण में सफल रहा तो मैच में खेलूंगा।
भारतीय कप्तान की जगह टीम में चुने गये अय्यर आज सुबह ही यहां पहुंचे और उन्होंने बाद में अभ्यास किया। अय्यर के नेट पर अभ्यास पर कोच अनिल कुंबले और कोहली ने करीबी नजर रखी। भारतीय कप्तान ने मुंबई के इस युवा बल्लेबाज से बात भी की।
अय्यर एक आक्रामक बल्लेबाज हैं और उनके पास हर तरह के स्ट्रोक हैं। कट और पुल खेलने में माहिर होने के कारण धर्मशाला की तेज और उछाल वाली पिच पर वह अच्छे विकल्प हो सकते हैं।
अगर कोहली नहीं खेल पाते हैं तो फिर अंजिक्य रहाणे टीम की अगुवाई करेंगे।
अय्यर ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ अभ्यास मैच में दोहरा शतक लगाया था जिससे उनका मनोबल बढ़ा होगा। उस मैच में हालांकि मिशेल स्टार्क और जोश हेजलवुड नहीं खेले थे। अय्यर के पास यह अपने जज्बे और कौशल को दिखाने का अच्छा मौका होगा।
कोहली की चोट ने हाल के समय की इस बेहद रोमांचक श्रृंखला को दिलचस्प बना दिया है जिसका फिनाले धौलाधर पहाडि़यों की गोद में बसे एचपीसीए स्टेडियम में खेला जाएगा।
यह श्रृंखला अभी तक सच्ची खेल भावना से नहीं खेली गयी। मैदान पर झड़प और छींटाकशी से दोनों टीमों के बीच कड़वाहट बढ़ी है। यहां तक कि चौथे स्तंभ विशेषकर आस्ट्रेलियाई मीडिया ने भी इस दौरान सही भूमिका नहीं निभायी।
इस पृष्ठभूमि में यह टेस्ट मैच काफी दिलचस्प बन गया है। कोई भी टीम किसी तरह की कसर नहीं छोड़ेगी हालांकि वर्तमान हालात में आस्ट्रेलिया मैच में दावेदार के रूप में उतरेगा। पिछले टेस्ट मैच को ड्रा कराने से स्टीव स्मिथ और उनकी टीम आत्मविश्वास बढ़ा होगा। पीटर हैंड्सकांब ने दिखाया कि उनके पास तकनीक और जज्बा है।
लेकिन कल अलग दिन और अलग अवसर है और भारत भी इस बार किसी भी तरह की कसर नहीं छोड़ने के लिये प्रतिबद्ध है।
भारत के लिये यह जरूरी है कि केएल राहुल जैसे बल्लेबाज अच्छी शुरूआत को शतक में तब्दील करें। करूण नायर को भी यह भूलने की जरूरत है कि उन्होंने दो महीने पहले तिहरा शतक जड़ा था। उन्हें फिर से बड़ी पारी खेलनी होगी।
चेतेश्वर पुजारा को फिर से अपने धैर्य और कौशल से विरोधी टीम के छक्के छुड़ाने होंगे जबकि मुरली विजय को भी दबाव में शांतचित्त होकर खेलने की जरूरत है। रहाणे जब लय में होते हैं तो उन्हें देखने का अलग आनंद है लेकिन कोहली की अनुपस्थिति में यह उनके नेतृत्व कौशल की भी परीक्षा होगी।
गेंदबाजी विभाग अब भी चिंता का विषय है क्योंकि इशांत शर्मा विकेट लेने में नाकाम रहे हैं जिससे टीम को काफी नुकसान पहुंचा है। ऐसे में भुवनेश्वर कुमार के नाम पर विचार किया जा सकता है जो निचले क्रम में कुछ रन भी जुटा सकते हैं।
आस्ट्रेलिया के लिये श्रृंखला ड्रा कराना नैतिक जीत होगी लेकिन अगर वह श्रृंखला जीतने में सफल रहता है तो यह उसके लिये एशेज की जीत से भी बड़ी जीत होगी।
जब आस्ट्रेलिया की टीम भारत आयी थी तो उसे बहुत दमदार नहीं आंका गया था लेकिन उसके लिये अब तक यह श्रृंखला शानदार रही है। स्मिथ के दो जुझारू शतक, नाथन लियोन की जांबाज गेंदबाजी, मैट रेनशॉ और पीटर हैंडसकांब की परिपक्व बल्लेबाजी अभी तक आकर्षण का केंद्र रही है।
तेज गेंदबाज जैकसन बर्ड को स्पिनर स्टीव ओकीफी की जगह टीम में लिया जा सकता है। ओकीफी ने रांची में तीसरे टेस्ट मैच में 77 ओवर किये लेकिन वह प्रभाव नहीं छोड़ पाये थे।
भाषा