वर्ल्ड कप में भारत पाक के साथ खेले या नही? सीओए की बैठक में फिलहाल कोई फैसला नहीं
पुलवामा आतंकी हमले के बाद यह बहस लगातार जारी रही है कि क्या इंडियन क्रिकेट टीम को विश्व कप में पाकिस्तान के खिलाफ खेलना चाहिए या नहीं। सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त प्रशासकों की समिति (सीओए) ने शुक्रवार को नई दिल्ली में इस मुद्दे पर बैठक की। काफी देर तक चली इस बैठक के बाद सीओए ने पाकिस्तान के बहिष्कार का फैसले पर कहा कि अभी इस पर कोई फैसला नहीं लिया गया है और हम सरकार से इस मुद्दे पर बात करेंगे। सीओए के प्रमुख विनोद राय ने कहा कि सरकार जो भी फैसला लेगी, बीसीसीआई उसे ही मानेगी। इस मामले पर कोई भी फैसला सरकार के साथ बातचीत के बाद ही लिया जाएगा।
इस मामले पर फैसला सरकार के साथ विचार करने के बाद लिया जाएगा
मीटिंग के बाद सीओए प्रमुख ने कहा कि इस मामले पर फैसला सरकार के साथ विचार करने के बाद लिया जाएगा। अभी इसमें 3 महीने का वक्त है। राय ने यह भी कहा कि अभी यह फैसला लिया गया है कि आईसीसी को हम पाकिस्तान से जुड़ी अपनी चिंताएं बताएंगे। आतंक को समर्थन देनेवाले देशों के साथ भविष्य में संबंध न रखा जाए, इस पर भी आईसीसी बैठक में चर्चा की जाएगी।
मार्च में होने वाले आईपीएल का उद्घाटन समारोह नहीं होगा
वहीं, मीटिंग में यह भी फैसला लिया गया है कि मार्च में होने वाले आईपीएल का उद्घाटन समारोह नहीं होगा। हालांकि एक बात यह भी उठ रही है कि अगर भारत पाकिस्तान का बहिष्कार करता है तो 2023 विश्व कप की मेजबानी की दावेदारी के लिए भारत की उम्मीदों को भी झटका लग सकता है। बता दें कि इंग्लैंड में आयोजित होने वाले विश्व कप में भारत और पाकिस्तान को 16 जून को मैनचेस्टर में एक-दूसरे से भिड़ना है।
कई पूर्व खिलाड़ी चाहते है पूरा बैन
कई पूर्व भारतीय क्रिकेटर्स ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) को सलाह दी है कि वह पाक को टूर्नमेंट से बहिष्कृत करने के लिए आईसीसी पर दबाव डाले। इन खिलाड़ियो में हरभजन सिंह, सोरव गांगुली, मो.अजहरूद्दीन शामिल हैं हालाकिं गावस्कर ने इस से अलग कहा कि पाक से ना खेलना उन्हे जिताने जैसा होगा।
कई मंत्रालय देंगे सलाह
रिपोर्टों में दावा किया गया है कि बोर्ड की प्रशासकों की समिति (सीओए) आज एक बैठक कर इस मुद्दे पर विचार करेगी और देखेगी कि क्या मुद्दे पर क्या कदम उठाए जा सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक, सीओए की आज होने वाली मीटिंग में आगे उठाए जाने वाले कदम पर चर्चा होगी और इस संबंध में खेल मंत्रालय, विदेश मंत्रालय और गृह मंत्रालय से सलाह भी मांगी जाएगी।
सुप्रीम कोर्ट ने बनाई कमेटी
इसके बाद बीसीसीआई इस मुद्दे पर सामूहिक और जवाबदेही वाला फैसला लेगा कि पाकिस्तान के खिलाफ क्रिकेट के संबंध में क्या कदम उठाए जा सकते हैं। गुरुवार को ही सीओए को एक नया सदस्य मिला है। सुप्रीम कोर्ट ने लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) रविंद्र थोडगे, जो भारतीय सेना में मास्टर जनरल ऑर्डनंस (एमजीओ) के पद पर रह चुके हैं ,का चयन किया है। थोडगे को सीओए में अपनी पहली ही इस मीटिंग में इस गंभीर मसले पर चर्चा करनी होगी। हालांकि नागपुर में रहने वाले थोडगे इतने कम समय में दिल्ली में उपस्थित होंगे या नही ये अभी नही कहा जा सकता है। लेकिन ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि सीओए के बाकी 2 सदस्य विनोद राय और डायना इडुल्जी इस गंभीर मसले पर उनकी राय जरूर लेंगे।
पाक को विश्व कप में खेलने से रोकना
बोर्ड के एक अधिकारी ने कहा है कि सीओए और बोर्ड ने को इस मुद्दे को लेकर कोई पत्र तैय्यार नही किया है। अगर आम सहमति बनती है तो आईसीसी को पत्र भेजा जा सकता है लेकिन अगर ऐसा होता भी है तो आईसीसी इसे खारिज कर देगा। अधिकारी के मुताबिक, 'संवैधानिक या अनुबंध के जरिए पाकिस्तान को वर्ल्ड कप से बाहर करने का कोई तरीका नहीं है। आईसीसी का संविधान सदस्यों को क्वॉलिफाई करने की स्थिति में आईसीसी की प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने का अधिकार देता है।' बीसीसीआई के एक टॉप सूत्र ने कहा कि अगर नोट तैयार भी किया जाता है और आईसीसी इसे वोटिंग के लिए सदस्य बोर्ड के सामने रखने को राजी भी हो जाता है तो भी बीसीसीआई को अन्य देशों से समर्थन मिलने की संभावना बेहद कम है।