INDvsNZ: टीम इंडिया ने 7 विकेट से जीता तीसरा वन-डे, सीरीज पर भी जमाया कब्जा
माउंट मॉनगनुई में खेले गए तीसरे वन-डे में न्यूजीलैंड को 7 विकेट से हराते ही भारतीय टीम ने पांच मैच की सीरीज में 3-0 की अजेय बढ़त बना ली। न्यूजीलैंड ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग का फैसला किया। दोनों ओपनर्स के जल्दी आउट होने के बाद रॉस टेलर ने बेहतरीन पारी खेली लेकिन वो काफी धीमा खेले। रॉस टेलर ने 93 रन बनाए 106 गेंद पर। 49 ओवर में न्यूजीलैंड की टीम 243 रन बनाकर सिमट गई। न्यूजीलैंड के दिए 244 रनों के लक्ष्य को टीम इंडिया ने 43 ओवर में ही तीन विकेट खोकर हासिल कर लिया।
इसके बाद रोहित शर्मा और शिखर धवन ने पारी की शुरुआत की। शिखर जल्दी आउट हो गए इसके बाद रोहित और विराट कोहली दोनों ने हाफ सेंचुरी लगाकर टीम इंडिया की जीत तय कर दी। दोनों के आउट होने के बाद अम्बाति रायडू ने 40 और दिनेश कार्तिक ने 38 रन की नाबाद पारी खेली और टीम को जीत दिला दी। भारत ने 10 साल बाद न्यूजीलैंड में कोई सीरीज जीती है। एमएस धोनी इस मैच में नहीं खेले। हार्दिक पांड्या की वापसी हुई। उन्हें बैटिंग का मौका तो नहीं मिला लेकिन बॉलिंग में उन्होंने 2 विकेट लिए। उनका एक कैच सोशल मीडिया पर सुर्खियां बटोर रहा है।
भारत ने मैच और सीरीज जीती
टीम इंडिया ने न्यूजीलैंड को लगातार तीसरे मुकाबले में हराया। भारत ने 7 विकेट से जीत हासिल की। इस वक्त भी 42 गेंद और फेंकी जानी थी। रायडू ने 40 और कार्तिक ने नाबाद 38 रन बनाए। टीम इंडिया ने 10 साल न्यूजीलैंड में कोई सीरीज जीती है।
तीसरे मैच के बाद कोहली ने की अपनी टीम के खेल की तारीफ
सोमवार को खेले गए सीरीज के तीसरे मैच के बाद कोहली ने अपनी टीम के खेल की तारीफ की। उन्होंने बताया कि सभी खिलाड़ी अपनी जिम्मेदारियों को अच्छे से निभाकर खेल का आनंद ले रहे हैं। जीत के बाद कोहली बोले, 'तीनों मैच हमारे लिए बेहतरीन रहे। टीम लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रही है और यह देखकर मुझे अच्छा लगता है। पूरी टीम मैचों का आनंद ले रही है और सभी खिलाड़ियों को अपने कौशल पर भरोसा है जिसे वह जाकर फील्ड पर दिखाते भी हैं। वैसे भी कोई खिलाड़ी अगर कुछ मैचों में रन नहीं बनाता है तो भी सामने वाली टीम को डर रहता है कि वह अपने अंदर की रनों की भूख को पूरा करने के लिए कब एकसाथ रन बना दे।'
कोहली चौथे और पांचवे वनडे मैच से आराम ले रहे हैं। ऐसे में रोहित शर्मा टीम की कप्तानी करेंगे। इसका जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, 'मैंने लंबे वक्त से ब्रेक नहीं लिया है। यह काफी थका देनेवाला है। अब टीम 3-0 से सीरीज जीत चुकी है। ऐसे में अब मैं आराम से अपनी छुट्टियों का आनंद ले पाऊंगा।'
टीम के यंग टैलंट के बारे में बात करते हुए विराट ने कहा, 'किसी न किसी दिन कोई न कोई आपकी जगह ले ही लेता है। यह ही सच्चाई है।' कोहली ने पृथ्वी सॉव और शुभमन गिल की तारीफ भी की। शुभमन के बारे में उन्होंने कहा, 'मैंने उसे नेट पर बल्लेबाजी करते देखा है। मैं उसे देखकर हैरान रह गया था क्योंकि 19 साल की उम्र में उसका 10 प्रतिशत भी नहीं था।'
ऐसी रही न्यूजीलैंड की बल्लेबाजी
न्यूजीलैंड की बल्लेबाजी की बात करें तो रॉस टेलर और टॉम लेथम ने अच्छी बल्लेबाजी की। टेलर ने 93 और लैथम ने 51 रनों का योगदान दिया। उनके अलावा भारतीय गेंदबाजों ने किसी और बल्लेबाज को टिकने नहीं दिया। 49वें ओवर की आखिरी गेंद पर भुवनेश्वर कुमार ने बोल्ट को शमी के हाथों कैच करवाकर मेजबान की पारी समाप्त कर दी। न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया था लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने उनके फैसले को गलत साबित कर दिया और विरोधी टीम को 50 ओवर बल्लेबाजी नहीं करने दी।
रॉस टेलर और टॉम लेथम की शतकीय साझेदारी और दोनों बल्लेबाजों की अर्द्धशतकीय पारी से न्यूजीलैंड की टीम उबरी ही थी कि युजवेंद्र चहल ने मेजबान टीम की सबसे मजबूत साझेदारी को तोड़ दिया। 51 रनों की पारी खेल चुके टॉम लेथम को युजवेंद्र ने 38वें ओवर में आउट किया। लेथम का कैच रायडू ने लपका। उस वक्त टेलर 71 रन बनाकर खेल रहे थे।
न्यूजीलैंड को सबसे बड़ा और सातवां झटका 46वें ओवर की पहली गेंद पर लगा, जब तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने रॉस टेलर को शतक बनाने से पहले ही आउट कर दिया। नर्वस नाइंटीज का शिकार हुए टेलर ने 93 रन बनाए थे। उन्होंने रिव्यू लिया, लेकिन वह भी उन्हें पैवेलियन जाने से नहीं बचा पाया। शमी की गुड लेंथ गेंद ने टेलर के बल्ले का बाहरी किनारा लिया और दिनेश कार्तिक ने कैच लपकने में कोई गलती नहीं की। न्यूजीलैंड की पारी को संवारने वाले बल्लेबाज को मैदान से बाहर जाना पड़ा। टेलर ने 106 गेंदों का सामना किया और अपनी पारी में 9 चौके जमाए।
48वें ओवर की आखिरी गेंद पर शमी ने सोढ़ी को आउट किया। सोढ़ी ने 12 गेंद पर 12 रन बनाए। उसने शमी की गेंद पर एक छक्का लगाया और दो गेंद पर दो-दो रन दौड़े। आउट होने से पहले कप्तान कोहली ने उसका आसान सा कैच छोड़ दिया। अगली ही गेंद पर सोढ़ी ने फिर कोहली की ओर कैच उछाल दिया, जिसे लपकने में टीम इंडिया के कप्तान ने कोई गलती नहीं की।
इससे पहले टॉम लेथम के साथ टेलर ने शतकीय साझेदारी की, लेकिन युजवेंद्र चहल की गेंद पर लेथम के आउट होने के बाद न्यूजीलैंड के दो विकेट जल्दी-जल्दी गिर गए। हार्दिक पंड्या ने हेनरी निकोलस और मिशेल सैंटनर को सेट ही नहीं होने दिया। उन्होंने दोनों को दिनेश कार्तिक के हाथों कैच करवा दिया था।
न्यूजीलैंड के तीन विकेट सिर्फ 59 रन पर गिर गए थे। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी न्यूजीलैंड की टीम के तीन बल्लेबाज पैवेलियन लौट गए उसके दो विकेट तो सिर्फ 26 रन पर गिर गए थे। मोहम्मद शमी ने भारत को पहली सफलता दिलाई।
शमी ने न्यूजीलैंड के सलामी बल्लेबाज कोलिन मुनरो को रोहित के हाथों कैच करवाकर पैवेलियन भेज दिया। उस वक्त कोलिन का व्यक्तिगत स्कोर 7 रन जबकि न्यूजीलैंड का स्कोर 10 रन था। इसके बाद भुवनेश्वर कुमार ने दिनेश कार्तिक के हाथों मार्टिन गुप्तिल को कैच करवाकर भारत को दूसरी सफलता दिलाई। उस समय न्यूजीलैंड का स्कोर 26 रन था।
इसके बाद न्यूजीलैंड के सबसे खतरनाक बल्लेबाज और कप्तान केन विलियमसन को युजवेंद्र चहल ने आउट किया। विलियमसन को हार्दिक पांड्या ने 28 रन के निजी स्कोर पर लपक लिया। केन ने 48 गेंदों का सामना किया और इस दौरान उसने चार चौके लगाए।
न्यूजीलैंड के दिए 244 रनों के लक्ष्य को टीम इंडिया ने 43 ओवर में ही तीन विकेट खोकर हासिल कर लिया।