टीम इंडिया के रिज़र्व में अपना नाम देखना आश्चर्यजनक और रोमांचक था: नागवसवाला
गुजरात के अर्जन नागवासवाला आईपीएल 2021 में मुंबई इंडियंस के लिए नेट गेंदबाज थे लेकिन कोरोना के कारण टूर्नामेंट को बीच में ही समाप्त करना पड़ा और शुक्रवार को उन्हें पता चला कि उन्हें टीम इंडिया के रिज़र्व गेंदबाज के रूप में चुन लिया गया है।
पिछले शुक्रवार को घर लौटते समय उनका फ़ोन बजा और यह फ़ोन बीसीसीआई के सचिव जय शाह का था और उन्होंने बताया कि उनका नाम भारत के इंग्लैंड दौरे के लिए वैकल्पिक खिलाड़ियों की सूची में शामिल किया गया है। 23 वर्षीया नागवसवाला ने कहा,''मुझे यह उम्मीद नहीं थी कि मेरे करियर में इतना जल्दी ऐसा कुछ हो जाएगा। मेरे लिए यह बहुत रोमांचक और आश्चर्यजनक है।''
गुजरात के नागवासवाला घरेलू क्रिकेट में में तीन सत्र पुराने है। वह बहुत तेज नहीं हैं लेकिन वह 135 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार तक जा सकते हैं। अपने अब तक के संक्षिप्त करियर में उन्होंने 22.53 के औसत और 44.6 के स्ट्राइक रेट से 62 विकेट हासिल किये हैं। बाएं हाथ के इस तेज गेंदबाज के ये आंकड़े प्रभावशाली माने जा सकते हैं जब यह देखा जाए कि वह पहले परिवर्तन के तौर पर गेंदबाजी करने आते हैं।
पिछले सत्र में कोरोना के कारण रणजी ट्रॉफी का आयोजन नहीं हुआ था इसलिए नागवसवाला ने अपना ध्यान सैयद मुश्ताक अली टी 20 ट्रॉफी और 50 ओवर की विजय हजारे ट्रॉफी पर केंद्रित कर रखा था। विजय हजारे ट्रॉफी में वह सात मैचों में 13.94 के औसत से 19 विकेट लेकर सर्वाधिक विकेट लेने में दूसरे स्थान पर रहे थे।
सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में उन्होंने महाराष्ट्र के खिलाफ 19 रन पर छह विकेट लेकर करियर का अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया था। इसके बाद नागवसवाला को मुंबई इंडियंस और राजस्थान रॉयल्स ने ट्रायल्स के लिए बुलाया ,हालांकि उन्हें आईपीएल नीलामी में कोई खरीदार नहीं मिला लेकिन मुंबई इंडियंस ने उन्हें नेट गेंदबाज के तौर पर नियुक्त किया जहां उन्हें रोहित शर्मा और कीरोन पोलार्ड जैसे दिग्गज बल्लेबाजों को गेंदबाजी करने का मौका मिला और साथ ही अपने आदर्श जहीर खान से रूबरू होने का मौका भी मिला।
नागवसवाला ने कहा, ''मुंबई इंडियंस में मुझे जहीर से बात करने का काफी मौका मिला। उन्होंने मुझे मेरी गेंदबाजी के बारे में बताया कि मेरी गेंदबाजी ठीक है और उन्होंने मुझे अपनी ट्रेनिंग पर ध्यान लगाने को कहा जिससे मुझे मेरी गेंदबाजी में मदद मिलेगी।
नागवसवाला का नाम जब भी समाचारों में आता है तो उनकी पारसी पहचान उनकी गेंदबाजी से ज्यादा आकर्षित होती है, इस बारे में उन्होंने कहा,''हाँ ऐसा होता है लेकिन इससे मुझे ज्यादा अंतर नहीं पड़ता है। एक पारसी क्रिकेटर को भारत का प्रतिनिधित्व किये कुछ साल हो गए हैं। लेकिन इससे मेरे समुदाय को मान्यता मिलती है।