बिहार में हो सकती हैं बड़े पैमाने पर मैच फिक्सिंग, बीसीसीआई अधिकारी का खुलासा
बिहार क्रिकेट एसोसिएशन ने मंगलवार को बिहार क्रिकेट लीग 2021 ट्रॉफी का अनावरण किया है। हालांकि 20 से 26 मार्च तक पटना के ऊर्जा स्टेडियम में खेले जाने वाले टी 20 टूर्नामेंट को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की मंजूरी नहीं मिली है। आयोजकों ने दावा किया है कि बीसीएल 2021 को प्रसिद्ध यूरोस्पोर्ट चैनल पर लाइव टेलीकास्ट किया जाएगा। इसके साथ ही इस टूर्नामेंट में 1983 विश्व कप विजेता कप्तान कपिल देव भी शामिल होंगे।
यह टूर्नामेंट आईपीएल के स्टाइल में होगा। जिसमें पांच टीमें होंगी- अंगिका एवेंजर्स, भागलपुर बुल्स, दरभंगा डायमंड्स, गया ग्लैडिएटर्स और पटना पायलट। फिलहाल टीम के मालिक अज्ञात हैं और राज्य में विभिन्न व्यापारिक शेयर हैं। आईकन के रूप में टीमों में पांच पूर्व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी सनत जयसूर्या, तिलकरत्ने दिलशान, डैनी मॉरिसन, आरपी सिंह और वेंकटेश प्रसाद शामिल होंगे।
बता दें कि बीसीसीआई ने इस लीग को आयोजित करने की कोई अनुमति नहीं दी है। नाम न छापने की शर्त पर बोर्ड के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि इस प्रतियोगिता के साथ बिहार क्रिकेट एसोसिएशन कैसे आगे निकल गया है, यह काफी आश्चर्यजनक है।
आयोजकों का दावा है कि टूर्नामेंट में मुख्यमंत्री सहित वरिष्ठ नौकरशाहों और राजनेताओं का आशीर्वाद है। बीसीए ने बीसीएल 2021 के मंच पर एलीट स्पोर्ट्स के साथ हाथ मिलाया है। 28 फरवरी को फ्रेंचाइजी द्वारा 100 क्रिकेटरों को खरीदा गया है। यूरोस्पोर्ट के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पुष्टि की कि बीसीएल को लाइव दिखाया जाएगा। उन्होंने कहा, "हम सिर्फ पार्टनर का प्रसारण कर रहे हैं, प्रोडक्शन दूसरी पार्टी द्वारा किया जाएगा।"
यूरोस्पोर्ट अधिकारी ने कहा कि इसका अनुबंध बीसीए के साथ था और गुंजाइश सिर्फ इवेंट के प्रसारण तक सीमित थी, इससे ज्यादा कुछ नहीं। बीसीसीआई अधिकारी इस बात को लेकर सचेत है कि कोई भी कार्यक्रम जो टीवी पर लाइव होती है, वहीं हमेशा मैच फिक्सिंग की आशंका होती है।
अधिकारी ने कहा कि बोर्ड के लिए घरेलू टूर्नामेंट में मैच फिक्सिंग की निगरानी करना संभव नहीं है इसलिए वर्तमान में बीसीसीआई अधिकारियों ने कर्नाटक और तमिलनाडु में ऐसी लीगों को रोक दिया है।
यह स्पष्ट नहीं है कि बीसीएल 2021 के आयोजक भ्रष्टाचार को कैसे ट्रैक करेंगे। बार-बार के प्रयासों के बावजूद टिप्पणियों के लिए बीसीए अधिकारियों तक नहीं पहुंचा जा सका।
आईपीएल के पास एक एंटी करप्शन यूनिट है। जिसे पिछले साल यूएई में दो अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों द्वारा सहायता प्रदान की गई थी। ये दोनो एजेंसी दुनिया भर में सट्टेबाजी के रुझानों पर नज़र रखने में माहिर हैं।
बिहार क्रिकेट एसोसिएशन हमेशा गलत कारणों से चर्चा में रहा है। जानकारी के अनुसार बीसीए उम्र-धोखाधड़ी, खिलाड़ी हिंसा और कई घटनाओं से शर्मिंदा है।
इस बीच एक विरोधी गुट ने दावा किया है कि पिछले बीसीए प्रशासक ने इसी तरह 6 टीम टी 20 टूर्नामेंट को मंजूरी दी थी जो 9 जून से शुरू होने वाला है। यह गुट अब बीसीएल 2021 पर स्टे के लिए पटना उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाएगा।