अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से एक नवंबर को संन्यास लेंगे नेहरा, इसलिए किए जाएंगे याद
तेज गेंदबाज आशीष नेहरा ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा कर दी है। नेहरा ने न्यूजीलैंड के खिलाफ एक नवंबर को अपने घरेलू मैदान फिरोजशाह कोटला पर होने वाले पहले टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच के बाद प्रतिस्पर्धी क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला किया है।
उन्होंने बताया कि ये उनका अपना निर्णय है और कोई बड़ी बात नहीं है।
It's my own decision. Match on Nov 1 is in Delhi. There's no bigger thing than to retire in your home town: Ashish Nehra on his retirement pic.twitter.com/cPoMRGD0hP
— ANI (@ANI) 12 October 2017
आशीष नेहरा ने 1999 के दिसंबर में श्रीलंका के खिलाफ कोलंबो में मोहम्मद अजहरुद्दीन की कप्तानी में टेस्ट क्रिकेट में कदम रखा था। उन्होंने सिर्फ 17 टेस्ट मैच खेले हैं जिसमें 44 विकेट लिए हैं। उन्होंने अपना आखिरी टेस्ट मैच रावलपिंडी में पाकिस्तान के खिलाफ 2004 में खेला था।
वहीं वनडे में नेहरा ने भारत के लिए 120 मैच खेले हैं और 157 विकेट लिए हैं। जिम्बाब्वे के खिलाफ 2001 में हरारे में अपना पहला मैच खेलने वाले नेहरा ने अपना आखिरी वनडे 2011 विश्व कप में पाकिस्तान के खिलाफ 30 मार्च को खेला था।
इसलिए आएंगे याद...
शानदार गेंदबाज आशीष नेहरा के इस मैच को उनके प्रसंशक हमेशा याद करते हैं। 2005 में इंडियन ऑयल कप के फाइनल में भारत का मुकाबला श्रीलंका से था। लंका ने टॉस जीतने के बाद पहले बल्लेबाजी का निर्णय लिया। इस दौरान सभी गेंदबाज विकेटों के लिए तरस रहे थे। ऐसे में आशीष नेहरा ने शानदार गेंदबाजी करते हुए छह विकेट लिए। वह अकेले ऐसे गेंदबाज हैं, जिन्होंने वन डे में दो बार 6-6 विकेट लिए हैं। नेहरा ने इस मैच में 59 रन देकर छह विकेट लिए।