शोएब अख्तर ने दिया बड़ा बयान, कहा- अगले एक साल तक क्रिकेट शुरू नहीं हो पाएगा
पूर्व पाकिस्तानी गेंदबाज शोएब अख्तर ने जबसे अपना यूट्यूब चैनल बनाया है, तबसे वे हर रोज कुछ ना कुछ नया बयान देते नजर आते हैं, जिससे वे सुर्खियों में भी बने रहते हैं। शोएब का मानना है कि कोरोना वायरस महामारी की वजह से अगले एक साल तक क्रिकेट शुरू नहीं हो पाएगा। कोरोना वायरस की वजह से इस समय दुनिया में क्रिकेट समेत सभी खेलों की गतिविधियां बंद हैं। शोएब अख्तर ने कहा कि इस महामारी पर आसानी से नियंत्रण नहीं पाया जा सकेगा और इसके चलते क्रिकेट की गतिविधियां शुरू होने में लंबा समय लगेगा।
मजबूती से मिलकर इस मुश्किल का सामना करेंगे
शोएब अख्तर ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, 'यदि मुझसे पूछा जाए तो मुझे एक साल तक क्रिकेट होता हुआ नहीं दिख रहा है। जब तक यह पता नहीं चलेगा कि कितने लोग इसके संक्रमण का शिकार है तक तक क्रिकेट किस प्रकार खेला जाएगा। उन्होंने कहा कि इस वायरस की वजह से दुनिया कम से कम एक साल तक मुश्किल में रहेगी तो क्रिकेट कैसे शुरू हो पाएगा। मैं यह उम्मीद कर रहा हूं कि हम मजबूती से मिलकर इस मुश्किल का सामना करेंगे।'
गेंद को चमकाने के लिए लार (थूक) का उपयोग न होने पर दिया जोर
44 साल के रावलपिंडी एक्सप्रेस ने आगे कहा कि कोरोनोवायरस प्रकोप के बीच, लोगों के लिए यह आवश्यक है कि वे सामाजिक दूरी बनाए रखें। साथ ही वह यह भी मानते हैं कि जब भी क्रिकेट शुरू हो, क्रिकेट की गेंद को चमकाने के लिए लार (थूक) का उपयोग न होने दिया जाए ताकि वायरस के प्रसार को रोका जा सके।
अख्तर ने कहा, 'मुझे नहीं लगता कि कोई गेंद पर थूक लगाएगा। हम गेंदबाज होने के नाते गेंद को चमकाने के लिए थूक लगाते हैं। गेंद पार्क में हर किसी के हाथों में जाती है। मैंने आईसीसी की रिपोर्ट देखी, जिसमें कहा गया कि गेंदबाज अब गेंद पर थूक नहीं लगा सकेंगे। क्रिकेट ऐसा खेल है, जिसमें आपको शरीर नजदीक लाना होते हैं। अगर आईसीसी ने गेंद पर थूक लगाने को लेकर नया कानून पास किया है तो मैं कोरोना वायरस को ध्यान रखते हुए इस फैसले का स्वागत करता हूं।'
भारत-पाक सीरीज का दिया था प्रस्ताव
शोएब अख्तर पिछले दिनों तब सुर्खियों में आए थे जब उन्होंने कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई के लिए भारत से मदद मांगी थी। उन्होंने इसके अलावा कोरोना वायरस प्रभावितों की मदद के लिए फंड जुटाने हेतु भारत और पाकिस्तान के बीच तीन इंटरनेशनल वनडे मैचों की सीरीज का प्रस्ताव रखा था। उनका कहना था कि इस सीरीज का पैसा दोनों देशों के कोरोना प्रभावितों की मदद के लिए उपयोग में लाया जा सकता है। हालांकि शोएब अख्तर के इस प्रस्ताव को भारत के महान क्रिकेटरों कपिलदेव, सुनील गावस्कर और मदनलाल ने खारिज कर दिया था। कपिलदेव ने कहा था कि भारत को पैसों की जरूरत नहीं है इसलिए खिलाड़ियों की जान को खतरे में क्यों डाला जाए। सुनील गावस्कर ने कहा था कि वर्तमान परिस्थितियों में भारत-पाक सीरीज संभव नहीं है।