07 October 2015
सिद्धू को 'डीप वीन थ्रोम्बोसीस' बीमारी, हालत स्थिर
अस्पताल ने बयान में कहा है कि समय पर इलाज नहीं करने पर इस बीमारी से जान को खतरा पैदा हो सकता है। बयान के अनुसार सिद्धू का उपचार किया जा रहा है और वह अच्छी प्रगति कर रहे हैं। उनकी स्थिति अभी स्थिर बनी हुई है।
डीवीटी के कारण अंदर की नसों में खून का थक्का जम जाता है जिससे सामान्य रक्त प्रवाह नहीं हो पाता है। इसके लक्षणों में सूजन और दर्द शामिल हैं। यह रोग अक्सर पांवों में होता है। भारत की तरफ से 51 टेस्ट और 136 वनडे खेलने वाले सिद्धू ने ट्वीट किया, बीमार हूं लेकिन नाटआउट हूं। ईश्वर की कृपा से खतरनाक बीमारी से अच्छी तरह उभर रहा हूं। जिंदगी नाजुक है इसे बहुत संभाल कर रखें।