स्पिन गेंदबाज प्रज्ञान ओझा ने क्रिकेट से लिया संन्यास, तेंडुलकर विदाई टेस्ट बना उनका भी आखिरी
भारत के बांए हाथ के स्पिन गेंदबाज प्रज्ञान ओझा ने शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय और प्रथम श्रेणी क्रिकेट से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया। 11 साल पहले कानपुर में श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट डेब्यू करने वाले प्रज्ञान टीम इंडिया की जर्सी में आखिरी बार साल 2013 में नजर आए थे। सचिन तेंडुलकर का विदाई टेस्ट उनके करिअर का भी आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच साबित हुआ था। प्रज्ञान ने ट्वीटर पर एक पोस्ट के माध्यम से इस बात की जानकारी दी। उन्होंने अपने पोस्ट के जरिए सभी का धन्यवाद देते हुए आगे बढ़ने की बात कही।
खुद को मानता हूं भाग्यशाली
प्रज्ञान ओझा ने अपने पत्र में लिखा है, “मैं इस पत्र को अंतरराष्ट्रीय और फर्स्ट क्लास क्रिकेट से तत्काल प्रभाव से औपचारिक संन्यास के ऐलान को लेकर लिख रहा हूं। एक भारतीय क्रिकेटर होने और देश का प्रतिनिधित्व करने के नाते हमेशा एक युवा के तौर पर अच्छा खेलने का प्रयास किया। यह बताने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं कि मैं अपने सपने को जीने के लिए कितना भाग्यशाली रहा हूं और अपने साथी देशवासियों का प्यार और सम्मान अर्जित किया। एक स्पोर्ट्स पर्सन के लिए इससे बड़ा इनाम नहीं हो सकता।”
ऐसा था करिअर
ओझा ने भारत के लिए 24 टेस्ट में 113, 18 वनडे में 21 और 6 अंतरराष्ट्रीय टी-20 मैच में 10 विकेट झटके। रविचंद्रन अश्निन और रवींद्र जडेजा के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में उदय से पहले वो टीम के नियमित स्पिन गेंदबाज बन गए थे। लेकिन साल 2011 के विश्व कप में टीम इंडिया की जीत के बाद तस्वीर बदल गई और ओझा टीम इंडिया में अपनी जगह पक्की नहीं कर सके।
प्रथम श्रेणी में ऐसा रहा प्रदर्शन
ओडिशा के भुवनेश्नर में जन्मे प्रज्ञान ने घरेलू क्रिकेट में हैदराबाद का प्रतिनिधित्व किया। उन्होंने साल 2005 में रेलवे के खिलाफ अपने रणजी करिअर की शुरुआत दिल्ली में की थी। उसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा और जल्दी अपने शानदार प्रदर्शन के बल पर टीम इंडिया के दरवाजे खोलने में सफल रहे। घरेलू क्रिकेट में भी वो बेहद सफल गेंदबाज रहे। उन्होंने 108 प्रथम श्रेणी मैचों में 424 विकेट हासिल किए। वहीं 103 लिस्ट ए मैचों में उनके नाम 123 विकेट और 142 टी-20 मैचों में 156 विकेट दर्ज हैं।
प्रज्ञान ओझा ने आईपीएल में डेक्कन चार्जर्स और मुंबई इंडियन्स का प्रतिनिधित्व किया। 2008 से 2015 तक आईपीएल के आठ सीजन में उन्होंने 92 मैच खेले और 26.20 की औसत और 7.36 की इकोनॉमी से 89 विकेट झटके। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 11 रन देकर 3 विकेट रहा।