श्रीलंका के कोच अटापट्टू ने दिया इस्तीफा
कोलंबो। श्रीलंकाई क्रिकेट टीम के कोच और पूर्व कप्तान मर्वन अटापट्टू ने गुरूवार को श्रीलंका क्रिकेट टीम के कोच से इस्तिफा दे दिया। अटापट्टू ने भारत के खिलाफ हाल में तीन टेस्ट मैचों की श्रृंखला में 1-2 से मिली हार के बाद आज राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच पद से त्यागपत्र दे दिया। कोच अटापट्टू का त्यागपत्र श्रीलंका के पिछले तीन महीने के अंदर पाकिस्तान और भारत के हाथों टेस्ट श्रृंखलाओं में मिली हार के बाद आया है। सूत्रों के अनुसार श्रीलंका क्रिकेट के अंतरिम अध्यक्ष सिदत्थ वेट्टिमुनि ने अटापट्टू का त्यागपत्र स्वीकार कर लिया है।
कभी श्रीलंका की बल्लेबाजी के मुख्य आधार रहे अटापट्टू ने सितंबर 2014 में पॉल फारब्रेस की जगह मुख्य कोच का पद संभाला था। फारब्रेस तब इंग्लैंड के सहायक कोच बन गए थे। वह टीम के साथ 2011 से बल्लेबाजी कोच के रूप में भी काम कर रहे थे। वह कुछ समय तक टीम के अंतरिम मुख्य कोच भी रहे और बाद में उन्हें पूर्ण कार्यभार दिया गया था। इसी के साथ नए कोच के लिए कयास लगने भी शुरू हो गए हैं। माना जा रहा है कि श्रीलंकाई बोर्ड (एसएलसी) श्रीलंका के ही पूर्व बल्लेबाज चंदिका हथुरूसिंघे को मुख्य कोच पद संभालने के लिये कह सकता है जिन्होंने बांग्लादेश की राष्ट्रीय टीम का कोच रहते हुए शानदार काम किया था। हथुरूसिंघे के कोच रहते हुए बांग्लादेश न सिर्फ आईसीसी विश्व कप के क्वार्टर फाइनल में पहुंचा बल्कि उसने लगातार तीन वनडे श्रृंखलाओं में पाकिस्तान, भारत और दक्षिण अफ्रीका को भी हराया। उनके अलावा ग्राहम फोर्ड भी कोच पद की दौड़ में शामिल है।
श्रीलंका क्रिकेट ने एक बयान में कहा है कि श्रीलंकाई क्रिकेट टीम के मुख्य कोच और बल्लेबाजी कोच के रूप में किये गए प्रयासों के लिये श्रीलंका क्रिकेट अटापट्टू का आभार व्यक्त करता है और हम उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएं देते हैं। गौरतलब है कि श्रीलंकाई टीम ने पिछले पांच सालों में कई कोच देखे हैं। अटापट्टू से पहले 2010 से 2014 तक छह कोच टीम से जुड़े रहे। इनमें टेवर बेलिस, स्टुअर्ट लाॅ, रूमेश रत्नायके, ज्योफ मार्श, ग्राहम फोर्ड और फारब्रेस शामिल हैं।
अटापट्टू अभी 44 साल के हैं। उन्होंने 90 टेस्ट मैच में 5502 रन और 268 वनडे में 8529 रन बनाया है।