कोच पर बंटी भारतीय महिला टीम, हरमनप्रीत और स्मृति ने की रमेश पवार की वापसी की मांग
कोच रमेश पवार के कार्यकाल के अंत के बाद भारतीय महिला क्रिकेट टीम बंटी हुई नजर आई। भारतीय टी20 क्रिकेट टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर और उप कप्तान स्मृति मंधाना ने रमेश पवार को दोबारा टीम का कोच बनाने का अनुरोध किया है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) से ई-मेल के जरिए दोनों ने पवार को कोच पद पर बरकरार रखने की अपील की है।
कोच पवार को उनके पद पर बरकरार देखना चाहते हैं
बीसीसीआई द्वारा नए मुख्य कोच के लिए विज्ञापन जारी किए जाने के कुछ दिनों बाद मंधाना और हरमनप्रीत ने यह अपील की है। मंधाना और हरमनप्रीत ने बोर्ड को ई-मेल के जरिए कहा कि वह कोच पवार को उनके पद पर बरकरार देखना चाहते हैं।
पवार ने भारतीय महिला टीम का विकास किया है: हरमनप्रीत कौर
‘अगले टी-20 विश्व कप के आयोजन में मुश्किल से 15 माह का समय रह गया है और टीम के आगे न्यूजीलैंड दौरा भी है। जिस प्रकार से पवार ने भारतीय महिला टीम का विकास किया है। ऐसे में मुझे उन्हें कोच पद से हटाने का कोई कारण नहीं नजर आता। टीम का समन्वय उनके साथ अच्छा है’।
पवार ने हर खिलाड़ी को ये भरोसा दिलाया कि वह एक विजेता से कम नहीं: स्मृति मंधाना
मंधाना ने अपने ई-मेल में कहा, ‘पवार ने खिलाड़ियों के इरादे बदले हैं और उन्हें मैदान पर बिना किसी दबाव के प्रदर्शन करने का आत्मविश्वास भी दिया है। वह हर खिलाड़ी के साथ जुड़े हुए हैं। उन्होंने हर खिलाड़ी को यह भरोसा दिलाया है कि वह एक मैच की विजेता से कम नहीं है’।
नहीं बढ़ाया गया पवार का कॉन्ट्रैक्ट
30 नवम्बर को कोच पोवार का भारतीय टीम के साथ करार समाप्त हो गया। उनके करार में सकारात्मक मूल्यांकन के बाद भी ये आगे नहीं बढ़ाया गया। बीसीसीआई ने नए कोच के लिए विज्ञापन जारी कर दिया। नए कोच के लिए इंटरव्यू की तारीख 20 दिसंबर तय की गई है।
मिताली को बाहर बैठाने के मामले से विवाद
टी20 विश्व कप के सेमीफाइनल में मिताली राज को बाहर बैठाने के मामले ने बड़े विवाद का रूप ले लिया। एक दूसरे पर आरोप लगाए जा रहे हैं। कोच रमेश पवार पर पहले मिताली ने खराब व्यवहार का आरोप लगाया था। उसके बाद बाद पोवार ने मिताली पर टीम में अव्यवस्था फैलाने जैसी चीजों का आरोप लगाया था।
मिताली ने पहले पोवार पर आरोप लगाया था कि वह उन्हें बर्बाद करना चाहते थे जबकि कोच ने टी20 विश्व कप पर अपनी रिपोर्ट में टूर्नामेंट के दौरान उनके रवैए पर सवाल उठाए थे। पोवार ने अपनी दस पन्ने की रिपोर्ट में पांच पन्नों में मिताली के बारे में कहा कि उन्होंने पारी की शुरूआत करने का मौका नहीं दिए जाने पर दौरा बीच में छोड़ने की धमकी दी थी।
‘यह मेरे जीवन का सबसे काला दिन’
मिताली ने पोवार के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि वह इस आरोपों से बहुत दुखी हैं। खेल के प्रति उनकी प्रतिबद्धता और देश के लिए 20 साल खेलने के दौरान मेरी मेहनत, पसीना सब बेकार हो गया। मिताली ने कहा कि आज उनकी देशभक्ति पर संदेह किया जा रहा है, उनकी काबिलियत पर सवाल उठाए जा रहे हैं। यह उनके जीवन का सबसे काला दिन है।