विराट कोहली ने डे-नाइट टेस्ट से पहले कहा पिंक बॉल से खेलना होगा काफी चुनौतीपूर्ण
टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने गुरुवार को ऐतिहासिक डे-नाइट टेस्ट से पहले प्रेस कांफ्रेंस में स्वीकार किया कि बांग्लादेश के खिलाफ मुकाबला काफी चुनौतीपूर्ण और उत्साह से लबरेज होने वाला है। बता दें कि भारत और बांग्लादेश के बीच शुक्रवार से कोलकाता के ईडन गार्डन्स में ऐतिहासिक डे-नाइट टेस्ट शुरू होगा। जहां बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने कहा था कि वह ऐतिहासिक मैच को लेकर काफी उत्सुक हैं, वहीं कोहली को भी उम्मीद है कि पिंक बॉल से काफी चुनौतीपूर्ण, लेकिन उत्साहित भरा समय होगा।
गेंद पर ग्रिप बनाना होगी मुश्किल
31 साल के कोहली ने कहा कि पिंक बॉल टेस्ट मैच हमारे लिए चुनौतीपूर्ण होगा। हम इसे लेकर काफी उत्साहित हैं क्योंकि हमारी ऊर्जा काफी ज्यादा है। यह ऐतिहासिक मौका है। पिंक बॉल टेस्ट में सबसे बड़ा कारण ओस को माना जा रहा है, जो पूरे मैच में फर्क पैदा कर सकती है। कई पूर्व क्रिकेटरों का मानना है कि सूरज ढलने के बाद सबसे ज्यादा मुश्किल गेंदबाजों को होगी क्योंकि गेंद पर उनकी ग्रिप नहीं बनेगी। भारतीय कप्तान कोहली ने भी स्वीकार किया कि दिन के आखिरी सत्र का खेल काफी अलग होगा और इसे प्रैक्टिकल रूप से ही समझा जा सकेगा।
ऑस्ट्रेलिया में अभ्यास मैच के बाद ही खेलेंगे डे-नाइट टेस्ट
कोहली ने कहा ओस का कोई तोड़ हमारे पास नहीं है। इसलिए यह चिंता का विषय है और इससे आखिरी सत्र में काफी कुछ बदल सकता है। ऑस्ट्रेलिया और अन्य जगहों पर कूकाबूरा की गेंद से डे-नाइट टेस्ट खेले गए, जबकि हमारे लिए बिलकुल नया अनुभव होगा क्योंकि यहां अलग गेंद से मैच होगा। हम किसी देश के डे-नाइट टेस्ट से तुलना नहीं कर सकते क्योंकि यहां की परिस्थितियां वहां से अलग हैं और हमें अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा। यह पूछे जाने पर कि क्या वह अगले साल ऑस्ट्रेलिया के बड़े दौरे के दौरान डे-नाइट टेस्ट खेलने के लिए तैयार होंगे, तो इस पर कोहली ने जवाब दिया कि जब भी ऐसा होगा वे इससे पहले एक अभ्यास मैच जरूर खेलना चाहेंगे।
हॉकी की सिंथेटिक गेंद जितनी भारी है
विराट कोहली ने बताया कि पिंक बॉल से खिलाड़ियों को सबसे ज्यादा ध्यान किस चीज पर लगाना होगा। भारतीय कप्तान ने कहा अभ्यास सत्र में हमने जाना की पिंक बॉल ज्यादा मजबूत है। इसमें ज्यादा चमक है, जिससे यह काफी भारी है। इसमें थ्रो करना आसान नहीं क्योंकि आपको सफेद और लाल गेंद की तुलना में ज्यादा दम लगाना होगा। इसके अलावा पिंक बॉल को पकड़ने पर महसूस होता है कि आपने हॉकी की सिंथेटिक गेंद पकड़ी है, जो कि काफी भारी है। इसलिए यह देखना काफी रोचक होगा कि फील्डिंग आपकी कड़ी परीक्षा लेगी। लाल और सफेद गेंद की गति से आप अनुमान लगाकर कैच लपक लेते हैं, लेकिन पिंक बॉल में आपको कैच लपकने के लिए अपनी हथेलियां सामने लाना होंगी।
कई बड़ी हस्तियां मैच देखने आएंगी
कोहली ने यह भी कहा कि मैंने कभी पिंक बॉल से नहीं खेला। इसमें जरुरत है कि हम अपनी ज्यादा तकनीक झोंके। यह काफी चुनौतीपूर्ण होगा। गुलाबी रंग का पता करना मुश्किल है। पिंक बॉल को लेकर भारत में उत्साह देखने को मिल रहा है और कई बड़ी हस्तियों के मैच में मौजूद होने की उम्मीद है। इस पर भारतीय कप्तान ने कहा, यह हमारे लिए काफी उत्साह की बात है कि दिग्गज हस्तियां मैच देखने आएंगी। आखिरी बार हमें इतने दर्शकों का प्यार तब मिला था जब पाकिस्तान के खिलाफ टी-20 वर्ल्ड कप का मुकाबला था। कई पूर्व क्रिकेटर्स आ रहे हैं, जिनका सम्मान किया जाएगा।