फुटबॉल वर्ल्ड कप क्वॉलिफायर में भारत ने एशियाई चैम्पियन कतर को ड्रॉ पर रोका
फुटबॉल वर्ल्ड कप 2022 के लिए क्वॉलिफायर मैच में भारत ने एशियाई चैम्पियन कतर को बिना किसी गोल के ड्रॉ पर रोक दिया। इगोर स्टीमाक की टीम लिए यह ड्रॉ खेलना किसी जीत से कम नहीं है। यह मुकाबला मंगलवार को दोहा के जसीम बिन हमाद स्टेडियम में खेला गया। इतना ही नहीं अर्जेंटीना, ब्राजील और कोलंबिया के बाद अब भारतीय फुटबॉल टीम ही चौथी टीम है जिसके खिलाफ कतर टीम 2019 में गोल नहीं कर पाई है।
कप्तान सुनील छेत्री के बिना बिना उतरी थी टीम
कप्तान सुनील छेत्री के बिना बिना उतरी भारतीय टीम ने ओमान के खिलाफ 1-2 की हार से उबरते हुए इस मैच में बेहतरीन प्रदर्शन किया। आपका बता दें कि कतर ने साल 2019 में एशियाई टीमों के खिलाई हुए सभी मुकाबले जीते हैं। ओमान के खिलाफ हुए मुकाबले में हार के बाद ओमान मैच में कोच स्टीमाक ने टीम में चार बदलाव किए थे। छेत्री की गैरमौजूदगी, आशिक कुरुनियण, ब्रैंडन फर्नांडिस रिकवर नहीं कर पाए। वहीं मंदार राव देसाई को सुभाष बोस की जगह लाया गया।
कई कोशिशों के बावजूद नहीं मिली कामयाबी
इसी स्टेडियम में अफगानिस्तान के खिलाफ मुकाबले में कतर ने छह गोल किए थे, जिसमें से शुरुआती चार पहले ही हाफ में किए गए थे। कतर भारत के खिलाफ भी इसी लक्ष्य के साथ मैदान में उतरा था, उसने विरोधी खेमे को घरने की रणनीति भी बनाई और गोलकीपर गुरमीत सिंह संधू पर लगातार आक्रमण करते रहे। इतनी कोशिशों के बावजूद भी कतर को किसी भी तरह की कामयाबी नहीं मिल पाई।
गुरप्रीत रहे मैच के हीरो
भारतीय टीम इस मुकाबले में ऐसे खेली जैसे उनकी जिंदगी इसी निर्भर हो। सेंटर में सींदप झींगान और आदिल खान ने अच्छी रक्षात्मक जोड़ी बनाई। इसके अलावा मंदार राव, अनिरूद्ध थापास अब्दुल साहाल और बोर्गेस ने अच्छे डिफेंस का प्रदर्शन किया। दूसरे हाफ में भारत को पहला कॉर्नर किक उदंत सिंह को 67वें मिनट में मिला, लेकिन कोई कामयाबी नहीं मिली। इस मैच में कई रोमांचक मौके भी आए, लेकिन कतर की टीम गुरप्रीत के रक्षा चक्र को भेद नहीं सकी। गुरप्रीत ने इस मैच में 11 गोल बचाए।
2007 विश्व कप क्वॉलिफायर में 6-0 से हराया था
दोनों टीमों के बीच पिछला आधिकारिक मैच सितंबर 2007 में विश्व कप क्वॉलिफायर में खेला गया, जिसमें कतर ने भारत को 6-0 से रौंदा था। हालांकि भारत ने 2011 में दोहा में मैत्री मैच में कतर को 2-1 से हराया था, लेकिन इसे आधिकारिक मैच नहीं माना गया क्योंकि भारत ने नियमों से अधिक स्थानापन्न खिलाड़ियों का इस्तेमाल किया था।
सुनिल छेत्री ने ट्विटर पर किया यह संदेश
भारतीय कप्तान सुनिल छेत्री ने ट्विटर पर अपनी खुशी जाहिर की। उन्होंने लिखा 'प्रिय भारत, ये है मेरी टीम और खिलाड़ी, मैं इस समय कितना गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं बता नहीं सकता। हमने प्वाइंट टेबल पर कुछ अच्छा प्रदर्शन नहीं किया पर खेल में हमने अच्छी टक्कर दी। कोचिंग स्टाफ और ड्रैसिंग रुम को बहुत बड़ा श्रेय।