फुटबाल को लोकप्रिय बनाने के लिए सरकार ने मिशन इलेवन शुरू किया
अपनी तरह के इस पहले कार्यक्रम से बच्चों को खूबसूरत खेल फुटबॉल खेलने का बढ़ावा मिलेगा, उनकी स्वस्थ आदतें बनेंगी और वे एक साथ काम करने तथा खेल भावना का जीवन का महत्वपूर्ण सबक सीखेंगे। इसके जरिए स्कूल के प्रधानाचार्यों और खेल शिक्षकों को बच्चों को नियमित फुटबॉल खेलने को बढ़ावा देने तथा जागरूक करने के लिए कहा जाएगा।
इस अवसर पर विजय गोयल ने कहा कि पिछले वर्ष में उनके मंत्रालय ने खेल संस्कृति विकसित करने में काफी प्रगति की है। उन्होंने कहा कि खेलों इंडिया जैसी परियोजनाएं जमीनी स्तर पर खेल के विकास में मदद कर रही हैं, जबकि टीओपीएस (टॉप्स) योजना और ओलम्पिक कार्यबल अंतर्राष्ट्रीय क्षेत्र में देश का गौरव बढ़ाने के लिए हमारे उत्कृष्ट एथलीटों की सहायता कर रहे हैं। पिछले साल अक्टूबर में फीफा अंडर 17 विश्व कप का भारत में आयोजन कर हम अपने बुनियादी ढांचे का निर्माण कर रहे हैं तथा वैश्विक खेल कार्यक्रम आयोजित करने में हमारी क्षमताओं का प्रदर्शन कर रहे हैं। गोयल ने कहा कि केवल स्टेडियम और मैदानों का निर्माण ही आवश्यक नहीं है। 27 मार्च के अपने ‘मन की बात’ रेडियो कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने फीफा अंडर 17 विश्व कप 2017 को युवाओं के लिए बड़ा अवसर बताते हुए कहा था कि इससे देशभर में खेल क्रांति शुरू हो सकती है। उनके शब्दों में इस पूरे साल में स्कूलों और कॉलेजों तथा देशभर में फुटबॉल का वातावरण रहना चाहिए। आज शुरू हो रहा हमारा मिशन इलेवन मिलियन कार्यक्रम उनकी इसी परिकल्पना से प्रेरित है। मिशन इलेवन मिलियन के बारे में गोयल ने कहा कि यह फुटबॉल के लिए स्कूलों को शामिल करने का विशाल कार्यक्रम है। अंतर्राष्ट्रीय खेल विशेषज्ञताओं लेकिन हमारे विशाल और विविध देश की जमीनी हकीकतों को ध्यान में रखते हुए तैयार किए गए इस कार्यक्रम का उद्देश्य देश के प्रत्येक इलाके के 11 मिलियन बच्चों में फुटबॉल के प्रति जुनून पैदा करना है।
गोयल ने कहा कि यह कार्यक्रम कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी और कच्छ से लेकर इम्फाल तक देश के सभी राज्यों में शुरू किया जाएगा। शुरूआती कार्य पहले ही आरंभ हो गए हैं और स्कूलों तथा बच्चों से मिली प्रतिक्रिया से सरकार बहुत उत्साहित है।