फ्रांस को हराकर रोनाल्डो का पुर्तगाल बना यूरो 2016 चैम्पियन
रोनाल्डो को पहले हाफ में चोट लगने के बाद स्ट्रेचर पर मैदान से ले जाया गया तब उनकी आंखें आंसुओं से भरी भी। मैच के बाद वह फिर रो पड़े लेकिन आंसू खुशी के थे। मेजबान फ्रांस ने मैच पर दबदबा बनाये रखा था लेकिन वे पुर्तगाली डिफेंस को नहीं भेद सके। मैन आफ द मैच पेपे ने बेहतरीन प्रदर्शन किया और गोलकीपर रूइ पैटिशियो ने कई गोल बचाये।
रोनाल्डो ने कहा , मैं इस तरह का फाइनल नहीं चाहता था लेकिन मैं बहुत खुश हूं। यह ट्राफी सभी पुर्तगालियों के लिये है। उन सभी के लिये जिन्हें हम पर भरोसा था लिहाजा मैं बहुत खुश हूं। फ्रांस के साथ पूरा देश खड़ा था लेकिन फ्रांस ने 12 साल पहले मिले जख्मों पर इस जीत के साथ मरहम लगा दिया। यूरो फाइनल 2004 में पुर्तगाल को यूनान ने उसकी सरजमीं पर 1-0 से हराया था। पुर्तगाल के कोच फर्नांडो सांतोस और अन्य खिलाडि़यों ने इस तनावपूर्ण मैच में टीम को हार नहीं मानने के लिये प्रेरित करने में रोनाल्डो की भूमिका को सराहा। रोनाल्डो को आठवें मिनट में ही दिमित्री पायेत से टकराने के बाद चोट लगी थी। दो बार उपचार के लिये जाकर उन्होंने वापसी की कोशिश की लेकिन आखिर में उन्हें बाहर ही जाना पड़ा। पुर्तगाल के लिये 79वें मिनट में गोल करने वाले एडेर ने कहा, उसने मुझसे कहा कि मैं विजयी गोल करूंगा। उसने मुझे ताकत और सकारात्मक ऊर्जा दी। सांतोस ने कहा , क्रिस्टियानो हमारे लिये खास है। वह कभी भी किसी भी मौके पर गोल कर सकता था लेकिन मैने हमेशा कहा कि हम एक टीम है और टीम के रूप में जीतेंगे।
चौबीस टीमों की भागीदारी वाले इस टूर्नामेंट में हालांकि पहली बार स्तरीय फुटबाल देखने को नहीं मिली। कुल 51 मैचों में 108 गोल हुए जो हालिया इतिहास में काफी खराब प्रदर्शन है। फुटबाल का स्तर भी अच्छा नहीं था और अप्रत्याशित नतीजे भी मिले। आइसलैंड ने इंग्लैंड को हराया जबकि वेल्स ने बेल्जियम को क्वार्टर फाइनल में मात दी थी।
एजेंसी