कॉमनवेल्थ गेम्स में मेडल जीतने वाली भारत की वेटलिफ्टर संजीता चानू डोप टेस्ट में फेल
कॉमनवेल्थ गेम्स में दो बार गोल्ड मेडल जीतने वाली भारतीय महिला वेटलिफ्टर संजीता चानू डोप टेस्ट में फेल हो गई हैं। इसके साथ ही इंटरनेशनल वेटलिफ्टिंग फेडरेशन (आईडब्ल्यूएफ) ने संजीता चानू को अस्थाई तौर पर सस्पेंड कर दिया है। इसके साथ ही संजीता चानू को अपना गोल्ड मेडल वापस करना होगा।
इंटरनेशनल वेटलिफ्टिंग फेडरेशन के मुताबिक, संजीता चानू के खून में टेस्टास्टेरॉन स्टेरॉयड पाया गया है। ये एक ऐसा ड्रग है जिससे एथलीट के शरीर में बहुत ज्यादा ताकत आती है और ये स्टेरॉयड पूरी तरह अवैध है। संजीता चानू ने इसी साल गोल्ड कोस्ट के कॉमनवेल्थ गेम्स में 53 किलो कैटेगिरी में गोल्ड जीता था।
संजीता चानू ने स्नैच में 84 किलोग्राम का भार उठाया जो कि गेम रिकार्ड रहा। वहीं, क्लीन एंड जर्क में उन्होंने 108 किलोग्राम का भार उठाया था। इस दौरान संजीता द्वारा उठाया गया कुल स्कोर 192 किलोग्राम रहा था और इसके साथ ही वह गोल्ड मेडल लेने में कामयाब रही। साल 2014 में ग्लास्गो गेम्स में भी गोल्ड जीती थीं।
गोल्ड कोस्ट में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स 2018 में भारत ने 26 गोल्ड मेडल जीते थे जिनमें से पाचं गोल्ड मेडल वेटलिफ्टिंग में ही जीते थे। इनमें तीन मेडल महिला वेटलिफ्टरों ने जीते थे और दो मेडल पुरुष वेटलिफ्टरों ने जीते थे। इसके साथ ही गोल्ड कोस्ट में भारत द्वारा जीते हुए गोल्ड मेडल्स की संख्या भी कम हो जाएगी।