जानिए, राज्यसभा में क्या बोलना चाहते थे सांसद सचिन तेंदुलकर
गुरूवार को क्रिकेटर और सांसद सचिन तेंदुलकर संसद की क्रीज पर अपने भाषण की ओपनिंग नहीं कर पाए। सचिन कल राज्यसभा में पहली बार भाषण देने वाले थे लेकिन 2जी केस को लेकर चल रहे हंगामे के बीच वे कुछ भी बोल नहीं सके। 2012 में सांसद मनोनीत होने के बाद सचिन का राज्यसभा में ये पहला भाषण नहीं हो सका।
शुक्रवार को सचिन तेंदुलकर ने सोशल मीडिया पर अपना वो भाषण पढ़कर सुनाया जिसे वह राज्यसभा में देना चाहते थे।
देश में खेलों को बच्चों का संवैधानिक अधिकार बनाने के संबंध में उन्होंने अपनी बात रखी। सचिन ने सोशल मीडिया साइट फेसबुक पर अपनी राज्यसभा की स्पीच को शेयर किया है। इसमें उन्होंने स्वास्थ से लेकर खेल तक के विषयों पर अपने विचार प्रस्तुत किए है।
जब स्वस्थ युवा तब देश में कुछ हुआ
जब स्वस्थ युवा तब देश में कुछ हुआ नारे के साथ सचिन ने कहा कि हमारे देश में मधुमेह जैसी अनेक बीमारियों की वजह हमारी अर्थव्यवस्था पर फर्क पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि इस तरह की बीमारियों से बचने के लिए खेल को प्रोत्साहित करना चाहिए ताकि लोग तंदुरुस्त रह सके।
सचिन ने कहा, “हमें अपने देश को खेलों को प्यार करने वाले से की बजाय खेलों में भागीदारी करने वाले देश में तब्दील करना होगा।”
उन्होंने कहा कि उनके लिए वह दिन सबसे बड़ा दिन होगा जब मां-बाप अपने बच्चों से पढ़ाई करने या खाना खाने की बात पूछने के साथ साथ यह भी पूछेंगे कि आज तुम खेले या नहीं।