पेरिस ओलंपिक: स्वप्निल कुसाले ने पुरुषों की 50 मीटर राइफल 3पी में जीता ऐतिहासिक कांस्य पदक; भारत के लिए यह तीसरा मेडल
पेरिस ओलंपिक के छठे दिन स्वप्निल कुसाले ने कमाल कर दिखाया। कुसाले ने पुरुषों की राइफल 50 मीटर 3पी स्पर्धा में कांस्य पदक जीता है और भारत के पदकों की संख्या तीन कर दी है। कुसाले इस पल को हमेशा याद रखेंगे क्योंकि वह इस स्पर्धा में ओलंपिक पदक जीतने वाले पहले भारतीय बन गए हैं।
कुसाले ने 50 मीटर राइफल 3 पोजीशन में यह मेडल जीता, जिसे मैराथन ऑफ शूटिंग भी कहा जाता है। भारत ने तीनों ही मेडल शूटिंग में जीते हैं। स्वप्निल कुसाले से पहले मनु भाकर और सरबजोत सिंह मेडल जीत चुके हैं।
3 पोजीशन शूटिंग के क्वालिफिकेशन राउंड बुधवार को खेले गए। कुसाले ने कुल 590 के स्कोर के साथ फाइनल में जगह बनाई। उन्होंने नीलिंग में 198, प्रोन में 197 और स्टैंडिंग 195 का स्कोर किया। कुसाले ने 451.4 पॉइंट के साथ कांस्य पदक अपने नाम किया। चीन के लियु युकान ने 463.6 पॉइंट के साथ गोल्ड जीता। यूक्रेन के शूटर शेरी कुलिश (461.3) ने सिल्वर मेडल अपने नाम किया।
देश के लिए ओलंपिक में पहला मेडल 2004 में राज्यवर्धन राठौड़ ने दिलाया था। उन्होंने एथेंस ओलंपिक में मेडल जीता था। इसके बाद बीजिंग में अभिनव बिंद्रा ने गोल्ड पर निशाना साधा। 2012 में बीजिंग में भारत के दो शूटर मेडल लेकर आए। विजय कुमार ने सिल्वर और गगन नारंग ने कांस्य पदक जीता। फिर शूटर्स को ओलंपिक मेडल जीतने के लिए 12 साल का इंतजार करना पड़ा। पेरिस ओलंपिक में 3 मेडल जीतकर भारतीय शूटर्स ने पिछले कुछ साल की भरपाई कर दी है।