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19 January 2019

#MeToo अभियान पर बोलीं पीवी सिंधु, 'अपने साथ हुए शोषण पर बात करें, इसमें कोई शर्मिंदगी नहीं'

ANI

हमारे देश की स्टार महिला बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु ने पिछले दिनों तक सोशल मीडिया पर चले ‘मीटू अभियान’ और महिलाओं के सम्मान के बारे में बातचीत की। उन्होंने कहा कि महिलाओं को अपने ऊपर हुए शोषण के बारे में खुल कर बात करनी चाहिए और इसमें शर्मिंदगी की कोई बात नहीं है।

सिंधु ने शनिवार को सोरोऑप्टमिस्ट इनटरनेशनल के साथ हैदराबाद सिटी पुलिस के एक कार्यक्रम ‘शाउट’ के उद्धाटन के दौरान उन्होंने ये बात कही। पीवी सिंधु ने कहा कि विदेशों में मैंने देखा है की वहां के लोग महिलाओं का बहुत सम्मान करते हैं, जिसे देखकर बहुत खुशी होती है। वहीं, पीवी सिंधु ने आगे कहा कि भारत में, लोग कहते हैं कि 'हमें महिलाओं का सम्मान करना चाहिए' लेकिन जो वास्तव में महिलाओं की रिस्पेक्ट करते हैं वो बहुत रेयर हैं।

मीटू अभियान से लोगों की मानसिकतामें काफी बदलाव

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सिंधु ने कहा कि ‘मीटू अभियान’ ने लोगों की मानसिकता में काफी बदलाव किया है। इस अभियान ने महिलाओं और पुरुषों को समाज के प्रति उनकी जिम्मेदारी के प्रति शिक्षित करने में अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने हैदाराबाद पुलिस और सोरोऑप्टमिस्ट इनटरनेशनल के कार्यस्थल पर महिलाओं के खिलाफ यौन उत्पीड़न की रोकथाम करने के लिए किए जा रहे प्रयास की सराहना भी की।

महिलाओं को स्ट्रांग होने की जरूरत

सिंधु ने कहा, ‘महिलाओं का मजबूत होना चाहिए और खुद पर भरोसा करना चाहिए। उन्हें सामने आकर उस शोषण के बारे में बोलना चाहिए जिनका वे सामना करती हैं। इस बारे में शर्मिंदा करने की जरूरत नहीं है, बल्कि हमें गर्व होना चाहिए कि हम मजबूत हैं और आगे आ रहे हैं’।

हालांकि इस दौरान सिंधु ने ये माना कि अब भारतीय समाज में भी काफी बदलाव आ गया है। उन्होंने कहा, ‘पहले यह माना जाता था कि महिलाओं को काम नहीं करना चाहिए और उन्हें घर पर रहना चाहिए, लेकिन अब समाज पूरी तरह बदल गया है। अब कहा जाता है कि पुरुष और महिलाएं समान हैं। मुझे लगता है महिलाओं को मजबूत होने की जरूरत है’।

भारतीय महिला बैडमिंटन खिलाड़ी हैं सिंधु

पीवी सिंधु विश्व वरीयता प्राप्त भारतीय महिला बैडमिंटन खिलाड़ी हैं तथा भारत की ओर से ओलम्पिक खेलों में महिला एकल बैडमिंटन का रजत पदक जीतने वाली वे पहली खिलाड़ी हैं। इससे पहले वे भारत की नैशनल चैम्पियन भी रह चुकी हैं। अंतरराष्ट्रीय सर्किट में, सिंधु कोलंबो में आयोजित 2009 सब जूनियर एशियाई बैडमिंटन चैंपियनशिप में कांस्य पदक विजेता रही हैं।

पीवी सिंधु ने वर्ष-2010 में ईरान फज्र इंटरनेशनल बैडमिंटन चैलेंज के एकल वर्ग में रजत पदक जीता। वे इसी वर्ष मेक्सिको में आयोजित जूनियर विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप के क्वार्टर फाइनल तक पहुंची। 2010 के थॉमस और यूबर कप के दौरान वे भारत की राष्ट्रीय टीम की सदस्य रही।

 

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TAGS: PV Sindhu, #MeToo movement, women have to be strong, believe ourselves as a woman
OUTLOOK 19 January, 2019
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