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12 August 2016

सानिया और बोपन्ना की जोड़ी क्वार्टर फाइनल में

PTI

ओलंपिक में भारत की पदक उम्मीद माने जा रहे सानिया और रोहन ने पहले दौर का मुकाबला 73 मिनट में 7-5, 6-4 से जीता। चौथी वरीयता प्राप्त भारतीय जोड़ी को जमने में समय लगा लेकिन लय हासिल करने के बाद उसने मुड़कर नहीं देखा। दुनिया की नंबर एक महिला युगल खिलाड़ी सानिया ने जीत के बाद कहा , ओलंपिक में पदक जीतना बेहतरीन होगा क्योंकि मैने अभी तक नहीं जीता है। हमारे लिये यह सबसे बड़ी उपलब्धि होगी। हम इसके लिये पूरा प्रयास करेंगे। टेनिस सेंटर पर सर्द हवाओं के बीच भारी संख्या में भारतीय समर्थक यहां मैच देखने के लिये जुटे थे। राफेल नडाल और मार्क लोपेज के पुरूष युगल सेमीफाइनल मैच के दो घंटे से अधिक खिंच जाने के कारण यह मैच विलंब से शुरू हुआ। दर्शकों में लिएंडर पेस, खेलमंत्री विजय गोयल और साइ महानिदेशक इंजेती श्रीनिवास शामिल थे। पहले सेट में दोनों टीमों ने नौवें गेम तक कोई अंक नहीं गंवाया। इसके बाद पीयर्स की सर्विस टूटी और भारतीय जोड़ी ने 5-4 से बढ़त बना ली। अगले गेम में हालांकि भारतीयों ने बढ़त खो दी और स्कोर 5-5 हो गया।

 

सेट हाथ से निकलने से पहले भारतीयों ने विरोधी की सहज गलती का फायदा उठाकर लगातार चार अंक बनाये और स्टोसुर की सर्विस तोड़कर 36 मिनट में पहला सेट जीत लिया। दूसरे सेट में ऑस्ट्रेलियाई जोड़ी दबाव में दिखी और पीयर्स के डबल फाल्ट से भारतीयों ने 3-2 की बढ़त बना ली। दर्शक दीर्घा से  कम आन इंडिया का शोर भी तेज होने लगा था। सानिया और रोहन ने बढत 4-2 की कर ली और दसवें गेम में तीन ऐस लगाकर बोपन्ना ने मैच का फैसला कर दिया। उसने दबाव हटाने का श्रेय सानिया को देते हुए कहा,  मुझे मजबूती से खेलना ही था। हवाओं से मुझे परेशानी हुई और जमने में समय लगा। उसने कहा,  मैं बेहतर महसूस कर रहा था क्योंकि उसके साथ मैं अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर पाता हूं। हमने विरोधी टीम पर काफी दबाव बनाया। पहले सेट में उतना अच्छा नहीं खेल सके लेकिन दूसरे सेट में धैर्य बनाये रखते हुए मैने सानिया की सर्विस पर आक्रामक प्रदर्शन किया। क्वार्टर फाइनल में भारतीय जोड़ी का सामना ब्रिटेन के गैर वरीय एंडी मरे और हीथर वाटसन की जोड़ी से होगा जिन्होंने स्पेन के डेविड फेरर और सुआरेज नवारो को 6-3, 6-3 से हराया। बोपन्ना ने कहा , एंडी सर्वश्रेष्ठ खिलाडि़यों में से है और कोर्ट को बखूबी कवर करता है। हमें अपने खेल पर फोकस करना होगा। चार साल पहले लंदन में सानिया और लिएंडर पेस मिश्रित युगल क्वार्टर फाइनल में पहुंचे थे। रियो में महिला और पुरूष एकल युगल में भारतीय चुनौती पहले ही दौर में खत्म हो गई।

एजेंसी

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TAGS: भारत, सानिया मिर्जा, रोहन बोपन्ना, आस्ट्रेलिया, रियो ओलंपिक, मिश्रित युगल, Indian pair, Sania Mirza, Rohan Bopanna, quarterfinals, mixed doubles
OUTLOOK 12 August, 2016
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