टोक्यो ओलंपिकः डिस्कस थ्रो में भारत की उम्मीदों को लगा झटका, कमलप्रीत कौर पदक की दौड़ से बाहर
टोक्यो ओलंपिक 2020 में जहां भारतीय महिला हॉकी टीम ने इतिहास रचकर सेमीफाइनल में जगह बना ली। वहीं डिस्कस थ्रो में भारत की उम्मीदों को बड़ा झटका लगा है। महिलाओं के डिस्कस थ्रो (चक्का फेंक) का फाइनल हुआ। इसमें भारत की कमलप्रीत कौर हिस्सा लिया लेकिन उनके हाथ निराशा लगी और वे इतिहास रचने से चूक गईं।
भारतीय महिला डिस्कस थ्रो एथलीट कमलप्रीत कौर अपने 6 प्रयासों में सबसे अधिक 63.70 मीटर दूर डिस्कस फेंका है। कमलप्रीत ने छठे पायदान में अपना सफर खत्म किया है। कमलप्रीत ने क्वालीफिकेशन में 64 मीटर दूर चक्का फेंक फाइनल के लिए क्वालीफाई किया था।
यूएसए के वालेरी ऑलमैन ने 68.98 मीटर के सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीत गई हैं। जर्मनी के क्रिस्टिन पुडेन्ज़ (66.86 मीटर) के लिए रजत और क्यूबा के याइमे पेरेज़ (65.72 मीटर) के लिए कांस्य पदक जीता। कमलप्रीत कौर 63.70 मीटर के साथ छठे स्थान पर रहीं।
वहीं, भारतीय महिला हॉकी टीम ने नया इतिहास रचते हुए पहली बार सेमीफाइनल में एंट्री कर ली है। भारत ने टूर्नामेंट के क्वॉर्टर फाइनल में ऑस्ट्रेलियाई टीम को 1-0 से हराकर यह कारनामा किया। पूरे मैच में भारतीय टीम छाई रही। ऑस्ट्रेलिया को इस मैच में एक के बाद 7 पेनल्टी कॉर्नर मिले लेकिन भारतीय रक्षा पंक्ति ने गोलकीपर सविता पुनिया के साथ मिलकर एक भी मौके पर उसे कामयाब नहीं होने दिया।अंतिम क्षणों पर ऑस्ट्रेलियाई टीम बेहद दबाव में दिखाई दी। उसने ढेरों कोशिशें की लेकिन कप्तान रानी रामपाल की टीम ने उसे कामयाब नहीं होने दिया।